Bihar Band: बिहार बंद के नाम पर पप्पू यादव के समर्थकों की गुंडागर्दी ! निजी वाहनों का तोड़ा शीशा, जबरिया दुकानों का शटर डाउन करवाने पर उतारू
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को दोबारा करवाने की मांग को लेकर निर्दलीय सांसद पप्पू यादव द्वारा बिहार बंद बुलाया गया है. इस दौरान पटना पप्पू समर्थकों ने पटना में जमकर उत्पात मचाया और गुंडागर्दी की.
Bihar Band: निर्दलीय सांसद पप्पू यादव की अपील पर रविवार को बुलाए गए बिहार बंद में पटना में पप्पू समर्थकों ने जमकर गुंडागर्दी की. वाहनों का शीशा तोड़ने से लेकर जबरिया दुकानों का शटर डाउन करवाने पर उतारू पप्पू समर्थकों ने शहर को आतंकित किए रखा. अशोक राजपथ में अवस्थित दुकानों को बंद कराने के लिए लाठी-डंडे से लैस पप्पू समर्थकों ने जमकर बवाल काटा.
70 वीं बीपीएससी में कथित अनियमितता के आरोपों को लेकर पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने बिहार बंद का आह्वान किया है. पप्पू यादव ने एक दिन पहले कहा था कि बंद शांतिपूर्ण रहेगा लेकिन रविवार को पप्पू समर्थकों का उत्पात चरम पर रहा. गुंडागर्दी की तर्ज पर बंद के नाम पर आम लोगों को जबरन दुकान बंद कराने से लेकर उन्हें वाहनों तक को क्षतिग्रस्त करने के मामले सामने आए हैं.
पटना सायंस कॉलेज से पप्पू समर्थक पहले अशोक राज पथ से पटना कारगिल चौक की ओर रवाना हुए. इस दौरान पूरे रस्ते उनका उत्पात जारी रहा. लाठी-डंडा, बैनर-पोस्टर के साथ बंद समर्थन में नारे लगाते हुए उग्र भीड़ ने जहां-तहां दुकानों के जबरन शतर बंद कराए. वहीं सड़क पर गुजर रहे वाहनों पर लाठी मारकर शीशे फोड़ दिए. वाहन चालकों को घेर कर उनके साथ हिंसक व्यवहार करने के वीडियो-फोटो भी सामने आए.
बंद के दौरान पटना में अशोक राजपथ पर प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दिया। वहां टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ. इस बंद का समर्थन भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम द्वारा किया गया है.
क्यों है बिहार बंद
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को दोबारा करवाने की मांग को लेकर बंद बुलाया गया है. इसे लेकर पप्पू यादव ने कहा कि यह केवल बीपीएससी का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह पूरे देश में प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक की समस्या से संबंधित है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस समस्या के पीछे कोचिंग माफिया और राजनीतिक दलों का हाथ है।
रिपोर्ट- अनिल कुमार