Bihar Politics : बिहार में गरीबों का खून चूस रही नीतीश सरकार, गया में जमकर बरसे ओवैसी, कहा- अब वोट से तय होगा हमारा मुक़द्दर

GAYA : जिले के चाकन्द हाई स्कूल में आयोजित सभा में एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एक सिरे से सभी राजनीतिक पार्टियों को 'जालिम' शब्द से सम्बोधित किया। कहा कि बीते 60 वर्षों से हमारे गरीब गुरबों का खून चूस रहे हैं। सभा में सीधे-सीधे कहा की ये चुनाव सिर्फ वोट का हिसाब नहीं। ये हमारी इज्जत, हमारी बराबरी और हमारे बच्चों के भविष्य का सवाल है। 

उन्होंने लोगों से गुजारिश की कि अब वोट देकर केवल सरकार चुनना ही काफी नहीं। अपने सियासी घर को मजबूती दीजिए। नेता वही बनेगा जो आपके खातिर खड़ा होगा। ओवैसी ने कहा कि पिछले 60 साल से हम सिर्फ वोट डालकर लौटते रहे। बदलाव नहीं हुआ। सुविधाएँ नहीं मिलीं। नौजवानों का पलायन रुका नहीं। बेटियों की पढ़ाई को मौके नहीं मिले। उनका कड़ा संदेश था — अब खड़े हो कर वोट का सही इस्तेमाल कीजिए। मतदाता सिर्फ नंबर नहीं, सिटीजन बनिए। जब आप सिटीजन बनेंगे, आपके हक़ लौटेंगे। सभा में उन्होंने निर्दोषों पर जुल्म का ज़िक्र किया। इस मौके पर अपनी पार्टी की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि  सरकार से मिलकर जो वादे पूरे कराए गए। यह सब काम हमारी पार्टी की ओर से किया गया। कहा कि यह सब जनता की ताकत से ही इंसाफ हुआ। ये दिखाता है कि संगठित मुहिम बदल सकती है।

ओवैसी ने आरोप लगाया कि भाजपा-नीतीश की नीतियों ने भ्रष्टाचार और असमानता बढ़ाई। गरीबों के रजिस्ट्रेशन से पैसे लेने की बातें उठाईं। कहा कि केंद्र और राज्य की नीतियों ने आम आदमी को लुटने की आज़ादी दे दी है। कहा कि नरेंद्र मोदी कहते हैं कि न खाऊंगा न खाने दूंगा। लेकिन उनके सहयोगी नीतीश कुमार की सरकार बिहार में गरीबों का खून चूस रहा है। उन्होंने वादा किया कि अगर आपकी पार्टी विधानसभा में पहुँचेगी तो ये सिस्टम बदलेगा।

उन्होंने मज़हबी संस्थाओं और संवैधानिक हक़ों पर भी आगाह किया। संविधान की रूह को बचाने की ज़रूरत बताई। कहा कि किसी भी कानून को ऐसे न बनाया जाए जो समाज में टूट डालें। हर मजहब का सम्मान होना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने वक्फ बोर्ड के मसले को भी कुरेदा। कहा कि केंद्र सरकार हमारी मस्जिदों व वक्फ की जमीन पर कब्जा करने को कानून बना रही है। आखिर में उनका पैग़ाम साफ था  वोट डालो। जिम्मेदारी उठाओ। अपने सियासी घर की नींव मजबूत करो। यह एक महीने की बात नहीं। यह पीढ़ियों की लड़ाई है। ओवैसी ने सभासदों से अपील की कि इस लड़ाई में साथ दें। इस मौके पर चाकन्द हाई स्कूल में करीब 1000 लोग जुटे थे। वहीं पार्टी के नेता ने कहा कि हमारी पार्टी सभी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही है। लेकिन जब उनसे यह पूछा गया कि क्या अकेले मुस्लिम के वोट से आपके कैंडिडेट जीत जाएंगे तो उन्होंने कहा कि एक तरफा वोट पड़ा तो यह तो कोई मुश्किल बात नहीं है।

गया से मनोज की रिपोर्ट