चलती ट्रेन में चढ़ने से फिसली महिला, 2 साल का बच्चा गोद में… आरपीएफ जवान ने दौड़कर बचाई दोनों की जान
Gayaji - गया जंक्शन पर बुधवार को बड़ा हादसा टल गया। प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर गया–पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस (63330) अपने निर्धारित समय पर खुलने लगी। तभी एक महिला, जो अपने गोद में दो साल के बच्चे को लिए थी, तेजी से भागते हुए चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास करने लगी।
उसी वक्त आरपीएफ के आरक्षी राजीव पाल गश्त करते हुए मिडिल FOB के पास पहुंचे। उन्होंने देखा कि महिला लड़खड़ा गई और ट्रेन व प्लेटफॉर्म के बीच के गैप में गिरने ही वाली थी। बस एक पल का मामला था।
राजीव पाल ने झट से दौड़ लगाई और महिला व उसके बच्चे को पकड़कर बाहर की ओर खींच लिया। आरपीएफ जवान का क्षण भर में लिया गया यह निर्णय दोनों की जिंदगी बचाने वाला साबित हुआ।
महिला और बच्चा दोनों सुरक्षित
आरपीएफ जवान की सतर्कता और फुर्ती से बड़ा हादसा टल गया। महिला और बच्चा सुरक्षित है। दोनों को कोई चोट नहीं आई। लेकिन महिला पूरी तरह डरी सहमी हुई थी। उन्हें संभाला गया और बाद में उन्होंने दूसरी ट्रेन से पटना के लिए प्रस्थान किया।
लोगों ने ली राहत की सांस
घटना को देखकर प्लेटफॉर्म पर मौजूद यात्रियों ने राहत की सांस ली। सभी ने आरपीएफ जवान राजीव पाल के साहस और समय रहते किए गए कार्रवाई की सराहना की। कई यात्रियों ने मौके पर खड़े होकर कहा कि अगर जवान एक सेकेंड भी देर कर देते, तो परिणाम भयावह हो सकता था।
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
पूरा दृश्य सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हो गया है। आरपीएफ ने इस मामले के बाद यात्रियों से अपील की है कि चलती ट्रेन में चढ़ने या उतरने की कोशिश न करें। यह जानलेवा साबित हो सकता है।
आरपीएफ इंस्पेक्टर बनारसी दास का कहना है कि रेल सुरक्षित तभी, जब आप सावधान रहें। चलती ट्रेन में चढ़ने-उतरने से किसी भी परिस्थिति में परहेज करें।
रिपोर्ट - मनोज कुमार