Bihar Politics : गयाजी की धरती से सम्राट चौधरी का शंखनाद, कहा- मगध की 26 सीटों पर महागठबंधन को ‘शून्य’ पर रोकेंगे

Bihar Politics: गयाजी राजनीतिक अखाड़े में तब्दील हो चुका है। बैठकों, जनसभाओं और नारों के बीच डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और मंत्री संजय झा ने टाउन हॉल में पार्टी कार्यकर्ताओं संग मंथन किया और विपक्ष पर जमकर वार किए।

गयाजी आयेंगे पीएम मोदी - फोटो : MANOJ

GAYAJI : 22 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गया की धरती से बिहार को 12 हज़ार करोड़ से अधिक की सौगात देंगे। इस मौके की तैयारी को लेकर गयाजी राजनीतिक अखाड़े में तब्दील हो चुका है। बैठकों, जनसभाओं और नारों के बीच डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और मंत्री संजय झा ने टाउन हॉल में पार्टी कार्यकर्ताओं संग मंथन किया और विपक्ष पर जमकर वार किए। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का स्वर चुनावी हुंकार की तरह गूंजा। उन्होंने कहा— “गया से एयरपोर्ट मिला, अब पूर्णिया में भी प्रधानमंत्री और सीएम नीतीश कुमार एयरपोर्ट की सौगात देंगे। बिहार विकास की नई उड़ान भर रहा है।” इसके साथ ही उन्होंने महागठबंधन पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि मगध की 26 सीटों पर विपक्ष का खाता भी नहीं खुलने देंगे।

कटाक्षों की बौछार में उन्होंने कांग्रेस और लालू परिवार पर खास निशाना साधा। बोले— “आगे में जननायक और पीछे गांधी लिख देने से कोई गांधी नहीं हो जाता। जिन्होंने देश पर इमरजेंसी थोपी, लोकतंत्र को जेल में ठूंस दिया, उनके मुंह से नैतिकता के प्रवचन शोभा नहीं देते।” उन्होंने यह भी कहा कि “कश्मीर को एक भारत में जोड़ने का काम मोदी जी ने किया, कांग्रेस ने तो देश को तोड़ने का ही काम किया। बिहार का बजट 60 हज़ार करोड़ है, लेकिन 40 साल कांग्रेस ने और 15 साल लालू परिवार ने लूट लिया।”

इतना ही नहीं, सम्राट चौधरी ने राहुल गांधी को भी कटघरे में खड़ा किया। याद दिलाया कि “जब मंडल कमीशन लागू हो रहा था, तब अटल बिहारी वाजपेई, आडवाणी और नीतीश कुमार समर्थन में खड़े थे, लेकिन राहुल गांधी के पिता पानी पी-पी कर गालियाँ दे रहे थे।”

राजनीति के इस मंच से यह साफ़ झलकता है कि 22 अगस्त की मोदी रैली महज़ उद्घाटन और शिलान्यास का कार्यक्रम नहीं होगी, बल्कि 2025 के विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि भी तय करेगी। विकास के वादों के साथ विपक्ष पर तीर-कमान चलाने का यह अंदाज़ बता रहा है कि मगध की 26 सीटें एनडीए की रणनीति का केन्द्रीय बिंदु हैं। गया की धरती पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शंखनाद होगा, तो वह केवल परियोजनाओं का उद्घाटन नहीं होगा, बल्कि बिहार की चुनावी बिसात पर अगली चाल की गूंज भी होगी।

रिपोर्ट- मनोज कुमार