Bihar News: सिपाहियों के भरोसे चल रहा है कैमूर उत्पाद विभाग चेकपोस्ट , पदाधिकारियों की अनुपस्थिति से शराब तस्करी का बढ़ा खतरा
कैमूर जिले के समेकित जांच चौकी मोहनिया पर उत्पाद विभाग के पदाधिकारियों की अनुपस्थिति के कारण शराब तस्करी का खतरा बढ़ गया है।
Bihar Crime: कैमूर जिले के समेकित जांच चौकी मोहनिया पर उत्पाद विभाग को शराब जांच करने की जिम्मेदारी मिली हुई। जिसमें उत्तर प्रदेश से शराब की खेप आती है या शराब पी के लोग आते हैं । जिनका जांच और उनके वाहन का जांच उत्पाद विभाग के जांच चौकी पर किया जाता है। लेकिन इतना संवेदनशील चेक पोस्ट पर ड्यूटी से उत्पाद विभाग के पदाधिकारी अकसर गायब रहते हैं । सिर्फ सिपाही के बदौलत कितना मुकम्मल जांच होगी अंदाजा लगाया जा सकता है। ये लोग बिहार सरकार लिखी गाड़ियों को रोकने से भी परहेज करते हैं। जबकि बिहार सरकार लिखी गाड़ियों से कई बार यहां पर महंगी शराब पकड़ी जा चुकी है । शराब माफिया इसका नाजायज फायदा भी उठाते हैं।
वही इस पूरे मामले पर उत्पाद विभाग विभाग के सिपाही विकेश कुमार शर्मा ने बताया कि बिना पदाधिकारी के जांच संभव नहीं हो पता है । हम लोग ड्यूटी में लगे हुए हैं कुछ शराब पीने वाले को हम लोगों ने पकड़ा है, गाड़ी अभी तक नहीं पकड़ पाई है। तीन घंटे से हम ड्यूटी में तैनात हैं लेकिन अभी तक कोई पदाधिकारी नहीं आए है। कौन पदाधिकारी यहां ड्यूटी में है हमें नहीं पता हमें जिस प्रकार का आदेश मिला है वैसा कार्य कर रहे हैं ।
वही कांस्टेबल अंगद कुमार ने बताया कि हम लोग ड्यूटी कर रहे हैं । जो भी प्रशासन लिखा गाड़ी गुजरता है उसमे बैठा कोई आई कार्ड दिखा देता है कहता है कि हम अधिकारी हैं तो हम छोड़ देते हैं। कोई यहां पदाधिकारी अभी तक नहीं है । चार शराब पीने वालों को हम लोगों ने अब तक पकड़ा।
उत्पाद विभाग के सिपाही बिना पदाधिकारी के जांच करने में असमर्थ हैं और कई बार शराब पीकर वाहन चलाने वालों को पकड़ लेते हैं लेकिन शराब से भरी गाड़ियों को पकड़ने में असफल रहते हैं।सिपाही विकेश कुमार शर्मा और अंगद कुमार ने बताया कि वे ड्यूटी में लगे हुए हैं लेकिन पदाधिकारी की अनुपस्थिति के कारण प्रभावी जांच नहीं हो पा रही है।सिपाही प्रशासन की गाड़ी में बैठे लोगों के आई कार्ड देखकर उन्हें जाने देते हैं क्योंकि उनके पास पदाधिकारी की अनुपस्थिति में कोई विकल्प नहीं होता।
पदाधिकारियों की अनुपस्थिति के कारण कैमूर जिले में शराब तस्करी का खतरा लगातार बढ़ रहा है।प्रभावी जांच के लिए पदाधिकारियों को नियमित रूप से ड्यूटी पर उपस्थित रहना चाहिए।
रिपोर्ट- देव कुमार तिवारी