Bihar News: पटना के चकाचक सड़कों के पीछे छिपी सच्चाई, खतरे के होल राहगीरों के लिए बनी मुसीबत

Bihar News: पटना में मुख्य सड़कें दोनो किनारों से चकाचक कर दिया गया है।सड़क के किनारे बड़े-बड़े आलीशान भवन,शॉपिंग माल बन गए हैं।लेकिन इससे इतर एक कठोर सच्चाई और स्याह पक्ष भी है वो है खुले मैनहोल और जर्जर सड़कें और निवासियों की पीड़ा

खुले मैनहोल और जर्जर सड़कें और निवासियों की पीड़ा
खुले मैनहोल और जर्जर सड़कें और निवासियों की पीड़ा- फोटो : social Media

Bihar News: राजधानी पटना के कंकड़बाग जैसे कई इलाकों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। चकाचक सड़कों के पीछे छिपी सच्चाई बेहद चौंकाने वाली है। मुहल्ले की सड़कें जर्जर हो चुकी हैं, खुले मैनहोल हादसों को न्योता दे रहे हैं और जलजमाव आम बात है। स्थानीय निवासियों को रोजमर्रा की जिंदगी में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्या राजधानी के एक आला दर्जे के इलाके में रहने वाले लोगों को ऐसी स्थिति में रहना चाहिए?

राजधानी पटना में मुख्य सड़के दोनो किनारो से चकाचक कर दिया गया है।सड़क के किनारे बड़े-बड़े आलीशान भवन,शॉपिंग माल,स्कूल को सजा दिया गया है और फुटपाथ पर दुकानें भी रंगीन कर दिया गया है।लेकिन यह नज़ारा सिर्फ बाहर और मुख्य सड़क पर ही देखने को मिला रहा है जबकि सच्चाई तो कुछ और है।

पटना के कई मुहल्ले की सड़के जर्जर हो चुकी है और सड़कों पर हिचकोले खाने पड़ते है।साथ ही,मुहल्ले के मैनहोल भी खुले है और मैनहाल का ढ़क्कन भी गायब है और प्रशासन द्वारा इसपर कोई भी कार्यवायी नहीं की जा रही है।मैनहाल का खुला होना बेहद खतरनाक है।क्योंकि कोई भी इसमें गिर सकता है।साथ ही सड़के इतनी टुटी-फुटी है कि लोगो को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

बता दें कि नमामी गंगे प्रोजेक्ट के दौरान जो भी सड़को को काटा गया था,उसका मरम्मत भी सही तरीके से नहीं हुआ ।और सड़के उभर-खाभर हो गई जिससे बारिश के दौरान जलजमाव होता है।स्थिती ऐसी है कि सड़क की गिट्टी भी बाहर आ गई है। चिकित्सक,राजनीतिक हस्ती ,वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के साथ और भी बड़े अधिकारियों का आवास भी इस कालोनी में है ।इसके बावजुद भी इस पर कोई प्रशासनिक सुविधा उपलब्ध नहीं करवायी जाती है।

पटना से प्रगति शर्मा की विशेष रिपोर्ट

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