Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई,15 साल बाद 5 मास्टरनी साहिबा सहित इतने मास्टर साहेब की नौकरी एक साथ चली गई....बाकी की भी जाएगी..

शिक्षा विभाग में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें कई शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल कर लिए हैं। हाल ही में, निगरानी विभाग की जांच में सात शिक्षकों के प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए हैं, जिसके बाद उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई
शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई- फोटो : Hiresh Kumar

Bihar Teacher News: फर्जी शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। सीतामढ़ी के बथनाहा प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में कार्यरत दो पुरुष और पांच महिला शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। ये शिक्षक पिछले कई वर्षों से नौकरी कर रहे थे।

हाईकोर्ट के आदेश के बाद निगरानी विभाग द्वारा नियोजित शिक्षकों की शैक्षणिक योग्यता की जांच की जा रही थी। इसी जांच के दौरान इन शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इनमें से कुछ के खिलाफ पिछले साल, तो कुछ के खिलाफ इस साल प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी।

इन शिक्षकों को नियोजित करने वाली इकाई ने ही उन्हें सेवा से बर्खास्त किया है। हालांकि, इस कार्रवाई में डेढ़ साल का समय लग गया। डीपीओ स्थापना ने पिछले साल मार्च में ही नियोजन इकाई को कार्रवाई करने का निर्देश दिया था, लेकिन इकाई ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। बार-बार के नोटिस के बाद भी इकाई ने कोई कदम नहीं उठाया।

बर्खास्त किए गए शिक्षकों में मवि, सिरसिया के राम पुकार राय, पूनम कुमारी, मवि नरहा की सुनिला सिन्हा, मवि मनरिया की ममता कुमारी, मवि छतवागढ़ की सुनीता कुमारी, मवि, कोइली के संजय कुमार और मवि शाहपुर शीतलपट्टी की ललिता कुमारी शामिल हैं। इनमें से कुछ शिक्षक 2007 से और कुछ 2010 से नौकरी कर रहे थे।

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