Bihar Teacher News: ई-शिक्षा कोष कर रहा शिक्षकों के साथ खेला, किसी का हो जा रहा है 'अटेंडेंस गायब', कोई पुरूष शिक्षक को मिल जा रहा 'मैटरनिटी लीव', आगे क्या होगा जान लीजिए....

Bihar Teacher News: ई-शिक्षा कोष पर शिक्षकों की हाजिरी बनाई जा रही है। जिसमें कई तरह की गड़बड़ी सामने आ रही है। आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है....

E Shiksha Kosh
E Shiksha Kosh- फोटो : social media

Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग के ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अक्टूबर से शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज की जा रही है, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण ड्यूटी करने के बावजूद शिक्षकों की हाजिरी दर्ज नहीं हो रही है। कई जिलों से ऐसी गड़बड़ी सामने आ रही है। कई बार तो पुरुष शिक्षकों को मैटरनिटी लीव मिल जा रही है। ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर मिल रही गड़बड़ी को देख अब शिक्षकों को तो छोड़िए शिक्षा विभाग भी चकरा गया है। जानकारी अनुसार भागलपुर शहरी क्षेत्र के करीब 5000 शिक्षक दिसंबर माह में अनुपस्थित दिखाए गए हैं।

विशेष अवकाश पर शिक्षिका को स्टडी लीव दिखाया गया

जगदीशपुर प्रखंड के विद्यालयों की कुछ शिक्षिकाओं को जो विशेष अवकाश पर थीं, पोर्टल पर "स्टडी लीव" दिखाया गया है। रोजाना स्कूल में उपस्थित होने के बावजूद शिक्षकों को अनुपस्थित घोषित कर दिया गया है। शिक्षकों की उपस्थिति दिन में दो बार पोर्टल पर दर्ज की जाती है, फिर भी यह समस्या बनी हुई है।

पुरुष शिक्षक को मिला मैटरनिटी लीव

बीते दिन वैशाली जिले के महुआ के हसनपुर उच्च माध्यमिक मध्य विद्यालय में तैनात एक टीचर को शिक्षा विभाग ने  Metarnity Leave के आधार पर कई दिनों की छुट्टी दी और शिक्षक इस  Metarnity Leave पर स्कूल से गैरहाजिर रहे। ठीक उसी तरह आज जुमई से भी ठीक इसी तरह का मामला सामने आया। जहां जमुई के सोनो प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय ढोंढरी के शिक्षक मोहम्मद जहीर ने मेडिकल लीव का आवेदन प्रभारी प्रधानाध्यापक शंकर रजक को दिया था। स्कूल के प्रभारी ने आवेदन को अग्रसारित कर शिक्षा विभाग जमुई को भेज दिया। जिसके बाद शिक्षा विभाग ने जहीर को मेडिकल लीव के बजाय मैटरनिटी लीव अप्रूव कर दी।

शिक्षकों की परेशानी

ई-शिक्षा कोष पर हो रहे गड़बड़ी को लेकर शिक्षक परेशान हैं। प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष शेखर गुप्ता ने चिंता जाहिर की कि शिक्षकों को वेतन मिलेगा या नहीं इस पर स्पष्टता नहीं है। विभाग को पोर्टल की गड़बड़ी के बारे में कई बार जानकारी दी जा चुकी है। उर्दू कन्या प्राथमिक विद्यालय हुसैनाबाद के शिक्षक मो. अरशद अहमद ने बताया कि उन्हें दिसंबर में 18 दिन अनुपस्थित दिखाया गया है, जबकि वे नियमित रूप से स्कूल आ रहे हैं। इसी तरह, कन्या मध्य विद्यालय मुंदीचक, रामकृष्ण मध्य विद्यालय लाजपत पार्क, प्राथमिक विद्यालय वारसलीगंज, और भवानी कन्या विद्यालय के शिक्षकों को भी इसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

मानसिक तनाव में शिक्षक

विभिन्न विद्यालयों के अधिकांश शिक्षक और शिक्षिकाएं पोर्टल पर अनुपस्थित घोषित किए जाने से मानसिक तनाव में हैं। शिक्षकों का कहना है कि पोर्टल पर गलत जानकारी प्रकाशित होने से वे मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं। डीईओ राजकुमार ने बताया कि पोर्टल पर तकनीकी समस्याओं की सूचना राज्य को दी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि उपस्थित शिक्षकों का वेतन नहीं काटा जाएगा और जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जाएगा। शिक्षकों ने विभाग से मांग की है कि ऐसी समस्याओं को भविष्य में रोकने के लिए सॉफ्टवेयर को तकनीकी रूप से मजबूत बनाया जाए।

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