vice presidential election:आज तय होगा देश का नया उपराष्ट्रपति! NDA के सीपी राधाकृष्णन बनाम INDIA के बी. सुदर्शन रेड्डी में कांटे की टक्कर
vice presidential election:देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा, इसका फैसला आज होने जा रहा है। लोकसभा और राज्यसभा के सांसद मतदान करके तय करेंगे कि ऊप-राष्ट्रपति की कुर्सी पर किसका कब्जा होगा।,,

vice presidential election:देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा, इसका फैसला आज होने जा रहा है। लोकसभा और राज्यसभा के सांसद मतदान करके तय करेंगे कि ऊप-राष्ट्रपति की कुर्सी पर किसका कब्जा होगा। इस बार का चुनाव दिलचस्प बन चुका है क्योंकि सत्ताधारी एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को मैदान में उतारा है, जबकि इंडिया गठबंधन ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी पर दांव खेला है। परिणाम आज शाम तक आने की संभावना है।
विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी
बी. सुदर्शन रेड्डी भारतीय न्यायपालिका के जाने-माने नाम हैं। वह सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश रह चुके हैं और गोवा के लोकायुक्त पद पर भी कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा वे हैदराबाद स्थित अंतरराष्ट्रीय माध्यस्थम् एवं मध्यस्थता केंद्र के न्यासी बोर्ड के सदस्य हैं। जुलाई 2011 में सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए रेड्डी ने अपने कार्यकाल में कई अहम फैसले सुनाए। उनमें से सबसे ऐतिहासिक फैसला था—छत्तीसगढ़ में सरकार द्वारा गठित सलवा जुडूम को असंवैधानिक करार देना। यह निर्णय उन्हें न्यायप्रिय और साहसी जज की पहचान देता है। विपक्ष को उम्मीद है कि उनका साफ-सुथरा और न्यायिक छवि वाला चेहरा संसद में विपक्षी एकता का मजबूत संदेश देगा।
NDA उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन
दूसरी ओर, सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु की प्रमुख ओबीसी जाति गौंडर समुदाय से आते हैं और उनकी पहचान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि वाले नेता के रूप में है। 1998 और 1999 में वे कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए थे। 2023 में उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया और जुलाई 2024 में महाराष्ट्र का राज्यपाल बना दिया गया। संगठन और राजनीति दोनों में उनकी मजबूत पकड़ है। यही कारण है कि एनडीए ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए चुना है।
मुकाबला क्यों है खास?
उपराष्ट्रपति का चुनाव हमेशा से सत्ता और विपक्ष के बीच शक्ति प्रदर्शन माना जाता है। इस बार एक तरफ राजनीति के पुराने खिलाड़ी और संगठन के नजदीकी नेता सीपी राधाकृष्णन हैं, तो दूसरी तरफ न्यायपालिका से राजनीति में उतरे बी. सुदर्शन रेड्डी। एनडीए के पास संख्याबल है, लेकिन विपक्षी INDIA गठबंधन भी इसे आसान मुकाबला नहीं बनने देना चाहता।आज शाम तक साफ हो जाएगा कि संसद भवन में उपराष्ट्रपति की कुर्सी पर कौन बैठेगा—राजनीति की पृष्ठभूमि से आए राधाकृष्णन या न्यायिक सख्ती की पहचान बने रेड्डी।