मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड मुख्यालय गेट पर लगा कचरे का अंबार, शिकायत के बाद भी बीडीओ की नहीं खुली नींद, SDM बोले-जांच के बाद होगी कार्रवाई
BIHAR NEWS : मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड के मुख्यालय पर कचरे का अम्बार लगा है. यहाँ के बीडीओ से इस मामले की शिकायत भी गयी थी. लेकिन एक महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई...पढ़िए आगे
MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड मुख्यालय के गेट पर कचरे का अंबार लगा हुआ है। मुख्य द्वार के पास भी कचरे की अंबार से लोग परेशान है। वहीँ प्रखण्ड कार्यालय जाने वाले लोगों को गंभीर बीमारी का अब डर सताने लगा है। आपको बता दें कि स्थानीय नर्सिंग होम और आसपास के कई तरह का कचरा होने से लोग परेशान है। लेकिन उसी गेट से प्रखंड विकास पदाधिकारी का आना जाना होता है। लेकिन उनकी नजर इस कचरे पर नहीं जाती है या फिर जानकर नजर अंदाज उनके द्वारा किया जा रहा है।
बता दें कि इस मामले को लेकर एक माह पूर्व आम लोगों से शिकायत मिलने के बाद NEWS 4 NATION की टीम ने बड़े ही प्रमुखता के साथ इस खबर को प्रकाशित किया था। मामले में जब औराई के प्रखंड विकास पदाधिकारी से पूछा गया था तो उनके द्वारा यह कहा गया था कि मामला संज्ञान में नहीं आया है। अगर इस तरह का कोई मामला है तो फिर जल्दी ही उसका निष्पादन किया जाएगा। लेकिन एक महीनों के बाद भी प्रखंड विकास पदाधिकारी की नींद नहीं खुल रही है।
आपको बता दें कि प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थाना अध्यक्ष तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी तथा प्रखंड के विभिन्न विभागों के पदाधिकारी तथा कर्मी का ऑफिस जाने का यह मुख्य द्वार है। लेकिन इस कचरे के अंबार पर किसी भी पदाधिकारी की नजर नहीं पड़ती है। वही स्थानीय लोगों में इस बात को लेकर आक्रोश दिख रहा है और मामले को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि जब प्रखंड मुख्यालय गेट पर ही इस तरह का कचरा हो और सभी अधिकारी प्रतिदिन जाते समय देखते भी हैं। इसकी शिकायत भी की गई है लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
वही, स्थानीय लोगों ने कहा कि गंभीर बीमारी का डर अब हम लोगों को सताने लगा है। वही जब हमने इस पूरे मामले को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी से बात की तो साफ तौर पर उन्होंने ऑन कैमरा कुछ भी बोलने से परहेज किया। इधर फोन पर बातचीत के दौरान एसडीएम पूर्वी अमित कुमार ने बताया कि अगर लापरवाही की बात सामने आती है तो जांच कर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
मुजफ्फरपुर से मणिभूषण की रिपोर्ट