Bihar Land Survey: बिहार में भूमि सर्वे के बीच कैथी लिपि की पुस्तकों की बढ़ी मांग, खरीदारी के लिए घंटों लाइन में खड़े रह रहे रैयतदार
Bihar Land Survey: बिहार में भूमि सर्वे का काम चल रहा है, इसी बीच प्रदेश में कैथी लिपि पुस्तकों की मांग बढ़ गई है। लोगो घंटों लाइन में खड़े होकर कैथी लिपी पुस्तकों की खरीदारी कर रहे हैं।
पटना: बिहार के सरस मेले में कैथी लिपि की पुस्तकों की भारी मांग देखने को मिल रही है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के स्टॉल पर लगाई गई इन पुस्तकों को खरीदने के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। मात्र 50 रुपये की कीमत वाली ये पुस्तकें आजकल लोगों के लिए काफी उपयोगी साबित हो रही हैं, क्योंकि इससे वे बिहार के पुराने खतियानों को समझने में सक्षम हो पा रहे हैं।
5 दिनों में 10 हजार से अधिक पुस्तकें बिक चुकीं
पिछले 5 दिनों में करीब 60 हजार रुपये की 10 हजार से अधिक पुस्तकें बिक चुकी हैं। इसके अलावा, विभाग ने 5,52,620 रुपये में 1312 रैयतों को उनके खेतों के नक्शे भी उपलब्ध कराए हैं।
धार्मिक पुस्तकों की भी हो रही है भारी मांग
गीता प्रेस से प्रकाशित धार्मिक पुस्तकों की भी मेले में भारी मांग है। रामायण, गीता, महाभारत और सुंदरकांड जैसी पुस्तकें लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। हर दिन इन पुस्तकों के हजारों कॉपी बिक जाती हैं और शाम तक स्टॉक खत्म हो जाता है।
क्यों है इतनी लोकप्रिय कैथी लिपि की पुस्तक?
- बिहार की विरासत: कैथी लिपि बिहार की सांस्कृतिक विरासत है।
- खतियानों को समझने में आसानी: इस पुस्तक से लोग अपने खतियानों को आसानी से समझ सकते हैं।
- भूमि विवादों का समाधान: यह पुस्तक भूमि विवादों के समाधान में भी मददगार साबित हो सकती है।
- सस्ती कीमत: मात्र 50 रुपये की कीमत में यह पुस्तक हर किसी के लिए किफायती है।
- प्राचीन सांस्कृति का धरोहर है कैथी लिपी
- कैथी लिपि बिहार की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर है। उससे संबंधित पुस्तकें इस बार मेले की सबसे चर्चित सामग्री बन गई हैं। तिरहुत, भोजपुर, मगध और मिथिला क्षेत्रों में कभी व्यापक रूप से उपयोग में आने वाली इस लिपि को अब डिजिटल युग में पुनर्जीवित किया जा रहा है। इस पुस्तक में न केवल कैथी लिपि की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि बल्कि कंप्यूटर आधारित अनुप्रयोगों को भी विस्तार से समझाया गया है। राजस्व विभाग के स्टॉल पर मात्र 50 रुपये में उपलब्ध यह पुस्तक पाठकों के बीच इतनी लोकप्रिय हो गई है कि अब तक 50,000 रुपये से अधिक की बिक्री दर्ज की जा चुकी है। स्टॉल संचालक बताते हैं कि भूमि सर्वेक्षण में कैथी लिपि की भूमिका और इसकी बढ़ती प्रासंगिकता ने लोगों में रुचि जगाई है।