भ्रष्टाचार में लिप्त होने और पुलिस मुखबिर होने का माओवादी ने अपने ही लोगों पर लगाया आरोप, पार्टी के एक कार्यकर्ता को किया निष्कासित
सूत्रों के अनुसार, ये पर्चे पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल के खिरिमोड थाना क्षेत्र के तीन गांवों—गौसगंज, निरखपुर और निरखपुर बिगहा—में चिपकाए गए।
Patna News: शनिवार की सुबह पटना जिले के खिरिमोड थाना क्षेत्र में माओवादी पार्टी द्वारा तीन अलग-अलग स्थानों पर पर्चे चिपकाए गए, जिनमें माओवादी संगठन ने अपने ही एक सदस्य, सतीश महतो, पर भ्रष्टाचार और पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया। पर्चे में पार्टी ने सतीश को निष्कासित करने की जानकारी दी और चेतावनी दी कि वह पार्टी के समक्ष आत्मसमर्पण करे, अन्यथा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
घटनास्थल और पर्चे का विवरण
सूत्रों के अनुसार, ये पर्चे पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल के खिरिमोड थाना क्षेत्र के तीन गांवों—गौसगंज, निरखपुर और निरखपुर बिगहा—में चिपकाए गए। पर्चे में माओवादी पार्टी के उत्तर क्षेत्र कमांडर की ओर से कहा गया कि सतीश महतो, जो निरखपुर गांव का निवासी है, कई वर्षों से माओवादी पार्टी से जुड़ा था, लेकिन पुलिस का मुखबिर बनकर उसने पार्टी के खिलाफ काम करना शुरू किया। उस पर अन्य अपराधों में भी लिप्त होने का आरोप लगाया गया, जिनमें हत्या, लूटपाट, अवैध कब्जा और नशीले पदार्थों का धंधा शामिल है।
पार्टी से निष्कासन और चेतावनी
माओवादी पार्टी ने सतीश महतो को इन गतिविधियों के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया और उसे चेतावनी दी कि यदि उसने आत्मसमर्पण नहीं किया, तो पार्टी सख्त कार्यवाई करने के लिए मजबूर होगी।
पुलिस की जांच और प्रतिक्रिया
पर्चे मिलने के बाद स्थानीय लोगों में चर्चा शुरू हो गई, और खिरिमोड और पियरपुरा थानों की पुलिस जांच में जुट गई है। पालीगंज डीएसपी प्रीतम कुमार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और पर्चे की सत्यता की पुष्टि जांच के बाद ही की जा सकेगी।
माओवादी सक्रियता पर संदेह
इस घटना के बाद इस बात पर भी चर्चा हो रही है कि माओवादी संगठन अभी भी इस क्षेत्र में सक्रिय है या नहीं। पर्चे की असलियत का पता जांच के बाद ही लगाया जा सकेगा।यह मामला क्षेत्र में माओवादी संगठन की गतिविधियों और उनके संभावित सक्रियता को लेकर संदेह पैदा कर रहा है।