Bihar News : मगध विश्वविद्यालय की ओर से अहिल्याबाई होलकर के त्रिशताब्दी समारोह का हुआ आयोजन, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने किया उद्घाटन

Bihar News : मगध विश्वविद्यालय की ओर से आज अहिल्याबाई होलकर के त्रिशताब्दी समारोह का आयोजन किया गया. समारोह का उद्घाटन राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्ले

Bihar News : मगध विश्वविद्यालय की ओर से अहिल्याबाई होलकर के त्रिशताब्दी समारोह का हुआ आयोजन, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने किया उद्घाटन
अहिल्याबाई होलकर का त्रिशताब्दी समारोह- फोटो : SANTOSH

GAYA : बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति के निर्देश के आलोक में राजभवन, बिहार के नेतृत्व में मगध विश्वविद्यालय, बोधगया द्वारा पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी जयंती समारोह का भव्य आयोजन किया गया। महाबोधि सांस्कृतिक केन्द्र, बोधगया में इस भव्य कार्यक्रम का शुभारम्भ बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर के कर कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर  राज्यपाल सह कुलाधिपति का पारम्परिक तरीके से स्वागत किया गया। साथ ही अन्य विशिष्ट अतिथियों का भी मगध विश्वविद्यालय परिवार द्वारा स्वागत किया गया। 

सबसे पहले राज्यपाल द्वारा देवी अहिल्याबाई होलकर से सम्बंधित एक प्रदर्शनी का उदघाटन किया गया। जिसमें मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के प्राचीन भारतीय एवं एशियाई अध्ययन विभाग द्वारा देवी अहिल्याबाई से जुड़े दुर्लभ ऐतिहासिक चित्रों एवं पेंटिंग को प्रदर्शित किया गया। ज्ञातव्य हो कि इस कार्यक्रम से पूर्व विगत कई दिनों से मगध विश्वविद्यालय एवं इसके अंगीभूत महाविद्यालयों द्वारा देवी अहिल्याबाई होल्कर से सम्बंधित विभिन्न कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। देवी अहिल्याबाई के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से छात्र-छात्राओं को अवगत कराने के उद्देश्य से उनके बीच विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिताओं यथा– देवी अहिल्याबाई पर भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता तथा चित्रकला एवं रंगोली प्रतियोगिता आदि का कार्यक्रम संचालित किये जाते रहे हैं। छात्र-छात्राओं द्वारा देवी अहिल्याबाई पर बनाये गए चित्रों की भी प्रदर्शनी लगायी गयी। साथ ही मिथिला चित्रकार श्रीमती अलका दास द्वारा बनाई गई मिथिला चित्रकला के माध्यम से भी देवी अहिल्याबाई के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को प्रदर्शित किया गया, जिसका अवलोकन राज्यपाल द्वारा किया गया। 

इस भव्य कार्यक्रम के क्रम में प्रदर्शनी के अवलोकन के बाद राज्यपाल के साथ अन्य विशिष्ट अतिथिगणों ने सभागार में प्रवेश किया, जहाँ दीप प्रज्ज्वलन एवं मधुर स्वागत गीत के साथ मगध विश्वविद्यालय परिवार के शिक्षकगणों, अधिकारियों व कर्मियों एवं अन्य अतिथियों से भरे भव्य सभागार में राज्यपाल सह कुलाधिपति, विशिष्ट अतिथिगण एवं कुलपति मंचासीन हुए। देवनाथ मेहरवार, वरिष्ठ पुजारी, विष्णुपद मंदिर, गया द्वारा सर्वप्रथम राज्यपाल सह कुलाधिपति को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही मंच पर विराजमान अतिथिगण यथा, मुख्य वक्ता- डॉ माला ठाकुर, राष्ट्रीय सचिव, पुण्यश्लोक देवी अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी समारोह समिति, प्रियंका कुमारी, जिला कार्यवाहिका, राष्ट्रीय सेविका समिति, बोधगया एवं देवनाथ मेहरवार, वरिष्ठ पुजारी, विष्णुपद मंदिर, गया को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्रियंका कुमारी, जिला कार्यवाहिका, राष्ट्रीय सेविका समिति, बोधगया द्वारा स्वागत भाषण किया गया, जिसके उपरान्त मुख्य वक्ता डॉ माला ठाकुर द्वारा व्याख्यान प्रस्तुत किया गया | इस विशेष व्याख्यान में डॉ माला ठाकुर द्वारा देवी अहिल्याबाई के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं की जानकारी दी गई तथा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बारे में विस्तार से बताया।

डॉ माला ठाकुर ने बताया कि भारत के इतिहास में जितनी भी महिला शासिका अथवा महान नायिकाएँ व वीरांगना हुई हैं, उनमें देवी अहिल्याबाई का सबसे विशिष्ट स्थान है। वें एकमात्र ऐसी शासिका हुई हैं जिन्हें लोकमाता की उपाधि से सुशोभित किया गया है। मुख्य वक्ता के विशेष व्याख्यान के बाद राज्यपाल सह कुलाधिपति द्वारा सभा को संबोधित किया गया और सभागार में उपस्थित शिक्षकगण, छात्र-छात्राओं एवं अन्य अतिथियों को राज्यपाल सह कुलाधिपति का आशीर्वचन प्राप्त हुआ | धन्यवाद ज्ञापन देवनाथ मेहरवार, वरिष्ठ पुजारी, विष्णुपद मंदिर, गया द्वारा किया गया। तत्पश्चात राष्ट्र गान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

गया से संतोष की रिपोर्ट

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