Dog babu residence certificate: डॉग बाबू कांड में डीएम ने की बड़ी कार्रवाई, सर्टिफिकेट बनाने वाले की हुई पहचान, भेजा गया जेल, नौकरी से भी बर्खास्त करने की बात

Dog babu residence certificate: मसौढ़ी अंचल कार्यालय में "डॉग बाबू" के नाम से बने निवास प्रमाण-पत्र ने बिहार प्रशासनिक प्रणाली की पोल खोल दी। जानिए इस हास्यास्पद लेकिन गंभीर घोटाले की पूरी पड़ताल।

कुत्ते के नाम पर बना निवास प्रमाण-पत्र- फोटो : social media

Dog babu residence certificate:  मसौढ़ी अंचल कार्यालय से 15 जुलाई 2025 को एक ऐसा निवास प्रमाण-पत्र जारी किया गया, जिसमें आवेदक का नाम था — "डॉग बाबू" और फोटो में एक कुत्ते की तस्वीर थी। जब यह दस्तावेज सार्वजनिक डोमेन में आया, तो सोशल मीडिया पर इसकी जबरदस्त चर्चा हुई और मामला पटना जिला प्रशासन तक जा पहुँचा।

जांच प्रक्रिया कैसे हुई?

29 जुलाई को पटना डीएम ने स्वयं नगर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी), मसौढ़ी अनुमंडल पदाधिकारी, एसडीपीओ, एनआईसी एवं आरटीपीएस के नोडल पदाधिकारी के साथ अंचल कार्यालय मसौढ़ी पहुंचकर मौके पर जांच की।RTPS काउंटर पर प्रयुक्त कंप्यूटर सिस्टम की तकनीकी जांच भी की गई। यह जांच एनआईसी (National Informatics Centre) द्वारा की गई।सभी कर्मियों से पूछताछ की गई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि कार्यपालक सहायक मिंटू कुमार निराला ने ही यह आवेदन अपलोड किया था।

घटना की टाइमलाइन

तारीख    घटना

15 जुलाई 2025    सुबह 9:41 बजे मिंटू कुमार ने "डॉग बाबू" नामक निवास प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन अपलोड किया

29 जुलाई 2025    पटना डीएम द्वारा उच्च स्तरीय जांच की गई

29 जुलाई 2025    मिंटू कुमार निराला गिरफ्तार, जेल भेजे गए

आरोपी कौन है?

आरोपी कार्यपालक सहायक का नाम मिंटू कुमार निराला है, जो जहानाबाद जिले के घोषी थाना क्षेत्र के निवासी हैं। वे मसौढ़ी अंचल कार्यालय में कार्यपालक सहायक के पद पर नियुक्त थे और निवास प्रमाण-पत्र संबंधित कार्यों में प्रतिनियुक्त थे।गिरफ्तारी के बाद उन्हें जेल भेजा गया।उनके खिलाफ अग्रतर कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है।नौकरी से बर्खास्तगी की प्रक्रिया भी चल रही है।