Bihar News : दुर्गावती में आधार सेंटर नहीं रहने से लोगों को हो रही परेशानी, एसडीएम बोले-जांच के बाद होगी कार्रवाई
KAIMUR : जिले के दुर्गावती प्रखंड मुख्यालय परिसर में आधार सेंटर नहीं रहने से ग्राहकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें की दुर्गावती प्रखंड मुख्यालय परिसर में अस्थाई तौर पर एक आधार सेंटर खुला हुआ था। लेकिन विगत 8 से 10 महीना से बंद पड़ा हुआ है। वहीं प्रतिदिन आधार सेंटर पर आधार बनवाने वाले कई ग्राहक पहुंच रहे हैं। लेकिन उन्हें आधार सेंटर बंद दिखाई देने के बाद वह इधर-उधर भटकते रहते हैं और बैरंग घर चले जाते हैं। सूत्रों से यह भी जानकारी मिल रही है कि ब्लॉक परिसर में आधार सेंटर बनाने वाला डाटा ऑपरेटर चयनित है। लेकिन वह डाटा ऑपरेटर ब्लॉक परिसर में बनाने की बजाय अपने निजी जगह पर आधार सेंटर चला रहा है।
आधार कार्ड में नंबर लिंक करवाने के लिए ब्लॉक परिसर में पहुंची एक युवती ने बताई की मैं पिछले एक महीने से ब्लॉक परिसर में बने आधार सेंटर का चक्कर लगा रही हूं। लेकिन यह आधार सेंटर हमेशा बंद रहता है। इसके पहले भी करीब 8 से 10 महीने से यह आधार सेंटर बंद है। मैं चाहती हूं कि यहां आधार बने ताकि हम जैसे आने वालों को कोई परेशानी न हो।
स्टेशन रोड दुर्गावती निवासी सरोज कुमार ने बताया कि हम लोग प्रतिदिन देखते हैं कि यहां आधार कार्ड बनवाने कई महिला व पुरुष आते हैं। लेकिन आधार सेंटर बंद रहने से वे लोग भटकते रहते हैं। हमलोग बताते बताते परेशान हो जाते हैं। मजबूरी में उनलोगों को प्रतिदिन मोहनिया, मरहियाँ से लेकर महमूदगंज तक भेजते रहते हैं। अगर यह सुविधा ब्लॉक मुख्यालय परिसर में होती तो आम जनों को काफी सहूलियत मिलती।
इस मामले पर खजुरा पंचायत के मुखिया संजय मल्होत्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार के द्वारा प्रत्येक ब्लॉक में एक आधार केंद्र खोला गया है। लेकिन यहां मालूम चलता है कि आधार सेंटर एक निजी मकान में चल रहा है। यही नहीं आधार बनाने के नाम पर पचास से सौ रुपए की जगह डेढ़ से दो सौ रुपए की उगाही की जा रही है। प्रखंड की जनता पूरी तरह से त्रस्त है। आधार बनाने के लिए भटक रही है। हम चाहते हैं कि आधार सेंटर ब्लॉक परिसर में ही खुले ताकि आम जनता को इसका लाभ मिले। इस मामले पर मोहनिया एसडीएम अनिरुद्ध पांडे ने बताया कि यदि ऐसा कोई जानकारी आता है तो हम जांच कराएंगे। हालांकि समय-समय पर ब्लॉक का निरीक्षण किया जाता है। निरीक्षण के दौरान ऐसा पाया जाता है तो निश्चित रूप से कठोर कार्रवाई की जाएगी।
देवब्रत की रिपोर्ट