बेटियाँ सीखेंगी सिलाई, बनेंगी आत्मनिर्भर, गौरव राय की लखीसराय में अनोखी पहल

Gaurav Rai - फोटो : news4nation

Bihar News : महिलाओं को सशक्त और आर्थिक रूप से सबल बनाने की पहल कर रहे पटना के गौरव राय की पहल पर लखीसराय में दो छात्राओं को प्रशिक्षण हेतु सिलाई मशीनों का वितरण किया गया। लखीसराय जिले के दो शैक्षणिक संस्थानों उत्क्रमित मध्य विद्यालय, साकिबपुर और उच्च विद्यालय, रेहुआ में जिला परिषद सदस्य अमित सिंह उर्फ चीकू ने विद्यालयों को मशीनें सौंपीं। गौरव राय द्वारा उनकी माता जी की पुण्यतिथि के अवसर पर मशीनें भेंट की गईं। गौरव राय मूलतः रामपुर, लखीसराय के दामाद हैं और सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।


सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण से छात्राओं को मिलेगा हुनर

जिला परिषद सदस्य अमित सिंह ने बताया कि दोनों स्कूलों में सिलाई मशीनें इस उद्देश्य से दी गई हैं कि विद्यालय स्तर पर ही छात्राओं को सिलाई-कढ़ाई का व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जा सके, जिससे वे भविष्य में स्वावलंबी बन सकें। विद्यालय की शिक्षिकाएं छात्राओं को प्रशिक्षण देने का कार्य संभालेंगी। इस प्रयास को ग्रामीण क्षेत्रों में हुनर विकास (Skill Development) और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।


प्रतिभा को सम्मान: छात्रा को भेंट की गई घड़ी

कार्यक्रम के दौरान उच्च विद्यालय खगौल क्विल की छात्रा आशिका रानी विश्वकर्मा को, उनकी संगीत प्रतिभा को देखते हुए, गौरव राय द्वारा एक घड़ी उपहार स्वरूप दी गई। इस मौके पर गौरव राय ने कहा कि, "छात्रों को उनके कौशल और प्रयास के लिए सम्मानित किया जाना चाहिए, ताकि उनमें आत्मविश्वास और प्रेरणा बनी रहे।"


अब तक 251 महिलाओं को मिल चुकी है सहायता

गौरव राय ने जानकारी दी कि अब तक उनके द्वारा परिवार, मित्रों और सोशल मीडिया समर्थकों की मदद से बिहार के विभिन्न जिलों में 251 महिलाओं को सिलाई मशीनें प्रदान की जा चुकी हैं। यह पहल महिलाओं को स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि अगले माह और भी विद्यालयों और गांवों में सिलाई मशीनें वितरित की जाएंगी, ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लड़कियों और महिलाओं को इसका लाभ मिल सके।

इस कार्यक्रम में रविकांत यादव, चंदन मंडल, शिक्षकों में शशि रंजन, कुमोद सिंह, बिंदु कुमारी, सुदामा सिंह, अजय कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे। सभी ने गौरव राय के इस योगदान की सराहना की और इसे सामाजिक प्रेरणा का उदाहरण बताया।