Bihar politcs - बिहार को अब लालू-नीतीश नहीं, रोजगार और शिक्षा चाहिए, जन सुराज चाहिए, मधेपुरा में गरजे प्रशांत किशोर
PK का लालू यादव के पुराने रंग में नजर आने पर तंज, बोले - बिहार के जनता लालू जी के सभी रंगों को देख चुकी है, वे पहले गरीबों, पिछड़ों और यादवों के नेता थे अब सिर्फ अपने परिवार के नेता हैं
Madhepura - जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी बिहार बदलाव यात्रा के क्रम में आज मधेपुरा के मुरलीगंज में बिहार बदलाव जनसभा करने पहुंचे। परवा नवटोल हाई स्कूल मैदान में जनसभा को संबोधित करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से भी बात की। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की जनता को अब जन सुराज के तौर पर नया विकल्प मिल गया है। 30 साल तक लालू के डर से भाजपा-नीतीश और भाजपा के डर से लालू को वोट देने की मजबूरी से आगे निकलने का रास्ता लोगों को दिख गया है। लोग अब जनता का राज चाहते हैं। बच्चों के लिए पढ़ाई और रोजगार चाहते हैं।
प्रशांत किशोर ने लालू यादव के अपने पुराने रंग में आने के सवाल पर तंज करते हुए कहा कि बिहार की जनता ने उनका सभी तरह का रंग देख लिया है। लालू यादव पहले दलितों के नेता थे, जनता ने वो देखा। वो पिछड़ों के नेता रहे, जनता ने वो भी देखा। फिर लालू यादवों के नेता बन गए, जनता ने वो भी देखा। अब वो सिर्फ अपने परिवार के और राजद के नेता रह गए हैं।
उन्होंने कहा कि जनता पर अब लालूजी का कोई रंग नहीं चलनेवाला है। जनता अब सिर्फ चाहती है कि उन्हें शिक्षा मिले, रोजगार मिले और बिहार से पलायन बंद हो।
प्रशांत किशोर ने आगे कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बिहार में जारी यात्रा को लेकर फिर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और चुनाव आयोग की लड़ाई से बिहार के युवाओं को कोई लेना-देना नहीं है। राहुल गांधी बिहार के बारे में नहीं बोलते हैं। वो यह नहीं बोलते हैं कि बिहार में फैक्ट्री कब लगेगी, युवाओं को रोजगार कब मिलेगा और पलायन कब रुकेगा। राहुल गांधी को बिहार में इन मुद्दों पर जवाब देना चाहिए।
रिपोर्ट - नरोत्तम कुमार