BIHAR POLICE - बिहार से लीज पर लिए 300 ट्रक गायब, डीआईजी ने जांच के लिए बनाई एसआईटी, एसपी को दिया यह निर्देश

BIHAR POLICE - बिहार में लीज पर लिए गए 300 ट्रकों के गायब होने की घटना को डीआईजी ने गंभीरता से लिया है। डीआईजी ने मामले में जांच के लिए एसआईटी बनाने का निर्देश दिया है। साथ ही पुलिस पदाधिकारियों को क्राइम कंट्रोल के निर्देश दिए हैं।

BIHAR POLICE - बिहार से लीज पर लिए 300 ट्रक गायब, डीआईजी ने जांच के लिए बनाई एसआईटी, एसपी को दिया यह निर्देश

MUZAFFARPUR - तिरहुत रेंज में शामिल जिलों से पिछले दिनों 300 ट्रकों को लीज पर लेकर गायब करने के मामले को डीआईजी चंदन कुमार कुशवाहा ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है। बता दें कि यह ट्रकें तिरहुत रेंज के मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी समेत दूसरे जिले से गायब हुए हैं।

क्या है ट्रकों की चोरी का मामला

बता दें कि साल 2022 में ट्रकों को लीज पर लेकर गायब करने के मामलों में मुजफ्फरपुर के सदर थाने में 55 से अधिक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस जांच में सामने आया कि गिरोह ट्रक को लीज पर लेकर उन्हें गायब कर देता था और फिर अवैध रूप से बेच देता था। जब पुलिस ने इसकी तहकीकात शुरू की, तब इसका मास्टरमाइंड सत्येंद्र सिंह निकला। सदर थाने में ट्रक चोरी को लेकर दर्ज दो दर्जन से अधिक मामलों में कोर्ट में चार्जशीट दायर की जा चुकी है।

छत्तीसगढ़ से दबोचा था मास्टरमाइंड सत्येंद्र सिंह को

मुजफ्फरपुर की सदर पुलिस ने 22 जून 2024 को गिरोह के मास्टरमाइंड सत्येंद्र कुमार उर्फ सत्येंद्र सिंह को छत्तीसगढ़ में गिरफ्तार किया था। उसे रिमांड पर मुजफ्फरपुर लाया गया था। सत्येंद्र सिंह मूल रूप से सदर थाना के भगवानपुर के यादव नगर का रहने वाला है। इसका रैकेट इतना बड़ा है कि अब भी इसके कई गुर्गे काम कर रहे हैं।

चारों जिलों के एसएसपी और एसपी के साथ की बैठक

बता दें कि बुधवार को डीआईजी चंदन कुमार कुशवाहा ने तिरहुत रेंज के चारों जिलों मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर और वैशाली जिले के एसएसपी और एसपी के साथ मासिक समीक्षा बैठक की थी। इस दौरान डीआइजी ने क्राइम कंट्रोल, स्मार्ट व प्रभावी पुलिसिंग को लेकर चारों जिले के पुलिस अधीक्षक को आपस में समन्वय बढ़ाने को लेकर निर्देश दिया है।

बैठक में डीआइजी ने जनवरी माह में चारों जिला में हुई बड़ी आपराधिक वारदात की समीक्षा की. इसमें पुलिस की ओर से क्या- क्या कार्रवाई की गयी है, इसकी जानकारी ली. इसके अलावा चारों जिला में पेंडिंग चल रहे कांडों के डिस्पोजल को लेकर दिये गये लक्ष्य को पूरा किया गया है कि नहीं इसकी भी जानकारी ली। इसके साथ ही वैसे अपराधी, जिन्होंने क्राइम से संपत्ति अर्जित की है, उसकी जांच कर प्रत्येक थाने से दो- दो अपराधियों की सूची तैयार कर भेजने के लिए कहा है। 

वहीं कांडों में वांछित/फरार अभियुक्तों के विरुद्ध प्राप्त कुर्की वारंट का तामिला हेतु विशेष अभियान चलाने के लिए कहा गया है। इसके अलावा सीमावर्ती क्षेत्र में अंतर जिला गिरोह के सदस्यों के गतिविधियों का सत्यापन कराते हुए, उनके गतिविधि को नियमित रूप से निगरानी रखने का निर्देश दिया गया। 

जमानत रद्द करें

डीआईजी ने कहा कि जमानत पर छूटे वैसे अपराधकर्मियों जिनके द्वारा पुनः अपराध की घटना को कारित घटना में संलिप्त रह रहे हैं, उनके जमानत रद्दीकरण का प्रस्ताव कोर्ट में भेजे।

केस सुलझानेवालों को मिलेगा प्रशस्ति पत्र

थाने में दर्ज प्राथमिकी की तुलना में दोगुना या उससे अधिक कांडों का निष्पादन करने वाले अंचल पुलिस निरीक्षकों/अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। लक्ष्य को प्राप्त नहीं करने वाले अंचल पुलिस निरीक्षक/अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

बैठक में यह अधिकारी रहे मौजूद

बैठक में मुजफ्फरपुर एसएसपी सुशील कुमार, सीतामढ़ी एसपी अमित रंजन, वैशाली एसपी ललित मोहन शर्मा और शिवहर एसपी शैलेश कुमार सिन्हा, मुजफ्फरपुर सिटी एसपी विश्वजीत दयाल, ग्रामीण एसपी विद्या सागर व प्रशिक्षु आइपीएस गरिमा मौजूद थी

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