Muzaffarpur fire safety: मुजफ्फरपुर की इमरतों में लगी आग तो मौत पक्की! नगर निगम के रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा, 95 फीसदी बिल्डिगों में फायर सेफ्टी जीरो

मुजफ्फरपुर के अग्निशमन विभाग के पास ऊंची इमारतों में आग बुझाने के लिए जरूरी हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म नहीं है।

Muzaffarpur fire safety: मुजफ्फरपुर की इमरतों में लगी आग तो मौत पक्की! नगर निगम के रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा, 95 फीसदी बिल्डिगों में फायर सेफ्टी जीरो
Muzaffarpur fire safety- फोटो : freepik

 Muzaffarpur fire safety:  बिहार के मुजफ्फरपुर शहर में बहुमंजिला इमारतों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है, लेकिन इनके भीतर की सुरक्षा व्यवस्था बेहद लचर है। नगर निगम से पंजीकृत 120 से अधिक रेजिडेंशियल बिल्डिंग्स का जब फायर ऑडिट किया गया, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। ऑडिट में 95% भवनों में अग्नि सुरक्षा प्रणाली मौजूद ही नहीं थी। 

मुजफ्फरपुर के महज  5% भवनों में फायर एक्सटिंग्विशर पाए गए। वेट राइजर सिस्टम, फिक्स्ड फायर फाइटिंग व्यवस्था, अलार्म सिस्टम समेत आपातकालीन निकासी मार्ग गायब थी। यह स्थिति आने वाली किसी भी आपदा के समय भारी जान-माल की क्षति का कारण बन सकती है।

रेड़ा (REDA) से पास होकर बनी 50 नई बहुमंजिला इमारतों, मॉल, हॉस्पिटल और होटलों में अग्नि सुरक्षा के 90% मानकों का पालन जरूर देखा गया, लेकिन सभी में एक अहम चूक सामने आई। इमारत के चारों ओर दमकल वाहनों के लिए जरूरी 7 मीटर चौड़ा रास्ता नहीं थी। बता दें कि आग लगने की स्थिति में दमकल वाहन घुस नहीं पाते है। ऊंची इमारतों में सीधी सीढ़ी या हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म की जरूरत होती है। तंग गलियां और अवैध निर्माण राहत कार्य में रुकावट बनते हैं

जिला सहायक अग्निशमन पदाधिकारी विनय कुमार सिंह ने सभी भवन मालिकों को चेताया है। उन्होंने कहा कि 30 से 50 दिनों के अंदर आग से बचाव के सभी मानक पूरे करें, नहीं तो कानूनी कार्रवाई होगी। 


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