Bihar News: बिहार के एक और लाल शहीद, मोहम्मद इम्तियाज, रामबाबू सिंह के बाद अब नालंदा के सिकंदर ने दी प्राणों की आहुति, तीन जवानों की शहादत से शोक की लहर
Bihar News: भारत पाकिस्तान तनाव में बिहार के अपने तीन बहादूर लाल को खो दिया है। सारण और सीवान के बाद अब नालंदा के बीएसएफ जवान के शहादत की खबर सामने आई है। इस घटना के बाद गांव में मातम पसर गया है।
Bihar News: बिहार के एक और लाल ने देश के लिए अपनी प्राणों का निछावर कर दिया है। भारत पाकिस्तान तनाव में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में नालंदा के बीएसएफ जवान सिंकदर राउत की जान चली गई। इसके पहले छपरा के मोहम्मद इम्तियाज और सिवान के रामबाबू सिंह की शहादत की खबर सामने आई थी। वहीं अब मिली जानकारी अनुसार बिहार के एक और जवान शहीद हो गए हैं। शहीद बीएसएफ जवान नालंदा जिले के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी के मोबइल नंबर पर मैसेज के द्वारा उनके पति की शहादत की खबर मिली जिसके बाद से ही परिजनों की रो रोकर बुरा हाल है।
नालंदा के जवान शहीद
जानकारी अनुसार शहीद बीएसएफ जवान बिंद थाना क्षेत्र के उतरथू गांव निवासी हैं। सिकंदर राउत जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात थे। जानकारी के मुताबिक, आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान वे घायल हो गए थे और इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। हालांकि, परिजनों को अब तक बीएसएफ की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। शहीद जवान की पत्नी को उनके ही मोबाइल नंबर से एक मैसेज आया, जिसमें शहादत की जानकारी दी गई थी। इसके बाद पत्नी ने कई बार मोबाइल पर कॉल किया। फोन की घंटी बजती रही, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया। इस खबर के बाद से गांव में कोहराम मचा है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
पत्नी को मिली पति के शहादत की खबर
शहीद सिकंदर राउत दो भाइयों में छोटे थे और उनके दो छोटे पुत्र हैं। उनके चचेरे भाई रामरतन राउत ने बताया कि कुछ महीने पहले सिकंदर की तैनाती झारखंड के रांची में थी। लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए उन्हें जम्मू-कश्मीर बुला लिया गया था। वहीं तैनाती के दौरान आतंकियों के साथ मुठभेड़ में वे गंभीर रूप से घायल हुए और फिर अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
गांव में पसरा मातम
गौरतलब है कि अब तक स्थानीय प्रशासन और पुलिस को भी बीएसएफ की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं मिली है। एसपी भरत सोनी और थानाध्यक्ष चंदन कुमार सिंह दोनों ने बताया कि उन्हें जवान के शहीद होने की जानकारी ग्रामीणों के माध्यम से मिली है। विभागीय स्तर पर कोई सूचना नहीं आई है। वहीं गांव में शोक की लहर है। हर आंख नम है, और लोग एक स्वर में शहीद जवान को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि शहीद जवान के परिवार को शीघ्र आर्थिक सहायता और उचित सम्मान दिया जाए। अब पूरे गांव को उनके पार्थिव शरीर के आने का इंतजार है, ताकि वे अपने लाल को अंतिम विदाई दे सकें।
सारण के शहीद बीएसएफ जवान
ज्ञात हो कि, सबसे पहले बिहार के सारण जिले के निवासी बीएसएफ के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी में शहीद हो गए। सीमा पर ड्यूटी के दौरान उन्हें गोली लगी। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव लाया गया। जहां उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। पूरे इलाके में गमगीन माहौल रहा, लेकिन साथ ही शहीद के साहस पर गर्व भी था। सीएम नीतीश ने बीते दिन उनके परिजनों से मिलकर उन्हें 50 लाख का सहायता राशि सौंपी।
शादी के 3 महीन बाद गई जान
वहीं इस घटना के कुछ ही दिनों के बाद खबर मिली कि, सीवान जिले के रामबाबू सिंह के शहीद होने की खबर आई। रामबाबू बड़हरया प्रखंड के वसिलपुर गांव के निवासी थे और सेना की आरआइ ब्रिगेड में तैनात थे। सोमवार को पाकिस्तान द्वारा भेजे गए ड्रोन हमले को नष्ट करने के दौरान वे गंभीर रूप से घायल हो गए। S-400 मिसाइल सिस्टम की कार्रवाई के दौरान यह हादसा हुआ, जिसमें उनकी जान चली गई। बताया गया है कि शहीद रामबाबू की शादी महज 3 महीने पहले ही हुई थी और वे जल्द ही पिता बनने वाले थे। बुधवार यानी आज उनका पार्थिव शरीर उनके गांव लाया जाएगा।