National Strike - देश की 25 करोड़ कर्मी कल करेंगे काम बंद, बैंक, बीमा, डाक, कोयला खनन, हाईवे, निर्माण कार्य होंगे प्रभावित
National Strike - केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कल देश भर की 25 करोड़ कर्मी हड़ताल पर रहेंगे। यह कर्मी देश के दस बड़े ट्रेड यूनियन से जुड़े हैं।
Patna - केंद्र की मोदी सरकार देश के सबसे बड़े हड़ताल का सामना करने जा रही है। जिसमें बैंक, बीमा, डाक, कोयला खनन, हाईवे, निर्माण, और कई राज्यों में सरकारी परिवहन जैसी अहम सेवाओं से जुड़े 25 करोड़ से ज्यादा कर्मी हड़ताल पर जा रहे हैं। जिसका बड़ा प्रभाव देश की आम जनजीवन पर पड़ेगा।
इस हड़ताल को 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और उनके सहयोगी संगठनों ने हड़ताल बुलाई है। इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस (CITU), ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC), ट्रेड यूनियन कांग्रेस (TUC), सेल्फ एम्प्लॉयड वीमेन'स एसोसिएशन (SEWA), ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (AICCTU), हिंद मजदूर सभा (HMS) लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (LPF), यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (UTUC) शामिल हैं।
इस बंद का मकसद केंद्र सरकार की उन नीतियों का विरोध करना है, जिन्हें यूनियनें मजदूर-विरोधी, किसान-विरोधी और कॉरपोरेट समर्थक मानती हैं। ट्रेड यूनियनों का कहना है कि सरकार की नीतियां मजदूरों और किसानों के खिलाफ हैं।
निजीकरण का विरोध
उनका आरोप है कि सरकार कॉरपोरेट्स को फायदा पहुंचाने के लिए पब्लिक सेक्टर की कंपनियों का निजीकरण कर रही है, मजदूरों के हक छीन रही है और चार नए लेबर कोड्स के जरिए मजदूरों के हड़ताल करने और सामूहिक सौदेबाजी जैसे अधिकारों को कमजोर कर रही है।