Bihar News: गांधी सेतु के समानांतर पुल ने लिया आकार, जाम की समस्या से पटना होगा मुक्त, जानिए कब दौड़ेगी गाड़ियां

Bihar News: गांधी सेतु के समानांतर पुल अब आकार लेने लगा है। 1794 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण किया जा रहा है। इस पुल के निर्माण होने से पटना जाम मुक्त होगा। पढ़िए आगे...

4 lane bridge parallel to Gandhi Setu- फोटो : social media

पटना से उत्तर बिहार के बीच यातायात को सुगम बनाने के लिए गंगा नदी पर गांधी सेतु के समानांतर एक नया फोरलेन पुल और सड़क का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को मार्च 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। धीरे धीरे पुल आकार लेने लगा है। 

1794 करोड़ की लागत से हो रहा निर्माण 

यह परियोजना सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 1794.37 करोड़ रुपये की लागत से संचालित की जा रही है। इसमें पटना के जीरो माइल से लेकर हाजीपुर बीएसएनएल गोलंबर तक कुल 14.5 किलोमीटर लंबी सड़क और पुल का निर्माण किया जा रहा है। इस कॉरिडोर में 5.6 किलोमीटर लंबा गंगा नदी पर चार लेन का पुल शामिल है, जबकि दोनों ओर 8.9 किलोमीटर लंबी आठ लेन की मुख्य सड़क और उसके साथ दोनों तरफ 2-2 लेन के सर्विस रोड का भी निर्माण किया जा रहा है। यह बिहार की पहली 12-लेन सड़क होगी।

गंगा में बनेंगे 33 पिलर और 23 केबल स्पैन

गंगा नदी पर बनने वाले इस नए पुल में कुल 33 पिलरों का निर्माण होना है। जिनमें से 31 पिलरों का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसके अलावा, 242 मीटर लंबे कुल 23 एक्स्ट्रा डोज़ केबल स्पैन भी पुल का हिस्सा होंगे। गंगा के बीच चार पिलर बनाए जा रहे हैं। जिन पर फिलहाल निर्माण कार्य जारी है।

एप्रोच रोड में बन रहे हैं तीन प्रमुख ओवरब्रिज

पुल को एप्रोच रोड से जोड़ने के लिए पटना और हाजीपुर दोनों ओर फ्लाईओवर और ओवरब्रिज बनाए जा रहे हैं। गायघाट में 1.5 किलोमीटर लंबा चार लेन का ओवरब्रिज लगभग तैयार हो चुका है। जहां 1400 मीटर हिस्से का काम पूरा कर लिया गया है। हाजीपुर के पासवान चौक पर दो चार-लेन ओवरब्रिज (लंबाई 101 मीटर) का निर्माण जारी है। वहीं अगमकुआं स्थित बिस्कोमान मोड़ से गांधी सेतु को जोड़ने के लिए चार लेन के रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के लिए रेलवे से मंजूरी की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।

ट्रैफिक व्यवस्था में होगा बड़ा बदलाव

नए पुल के चालू होने के बाद गांधी सेतु पर ट्रैफिक को वन-वे किया जाएगा। हाजीपुर से पटना आने वाले वाहन पुराने गांधी सेतु का इस्तेमाल करेंगे। जबकि पटना से हाजीपुर जाने वाले वाहन नए पुल से गुजरेंगे। इससे मौजूदा जाम की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है और पटना-हाजीपुर की दूरी अब घंटे नहीं, बल्कि मिनटों में तय की जा सकेगी। इस परियोजना से राजधानी पटना की यातायात व्यवस्था बेहतर होगी।