Ayodhya Ramayan Park - राम की नगरी अयोध्या में विराजेगा रावण, लगेगी 26 फीट ऊंची प्रतिमा, सीएम योगी की सरकार ने शुरू की तैयारी
Ayodhya Ramayan Park - राम की नगरी अयोध्या में अब रावण भी नजर आएगा। इसको लेकर यूपी की योगी सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है।
Lucknow - योगी आदित्यनाथ सरकार अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक भव्य रामायण पार्क का विकास कर रही है, जिसमें जल्द ही रावण की 25 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि यह प्रतिमा भगवान राम और रावण के बीच हुए भयंकर युद्ध के प्रसंग को दर्शाएगी। यह पहल आध्यात्मिकता का सांस्कृतिक पर्यटन के साथ मेल कराने का एक प्रयास है।
गुप्तार घाट पर बन रहा रामायण पार्क
रामायण पार्क के लिए मूर्तियों का निर्माण कर रहे मूर्तिकार बृजेश कुमार ने बताया कि सरयू नदी के किनारे गुप्तार घाट के पर ये रामायण पार्क बनाया जा रहा हैं. इसमें श्री राम के जन्म से लेकर रावण वध तक इसमें सारी प्रतिमाएं लगाई जा रही हैं. इस पार्क में सबकी जो मुख्य भूमिका थी उसे दिखाने की कोशिश की जा रही है। बृजेश ने कहा कि इस पार्क में सभी मुख्य पात्रों की मूर्तियां बनाई गईं हैं और उन्हें ही यहां पर लगाया जा रहा हैं, इसमें राम-रावण युद्ध के घटनाक्रम को भी दिखाया गया है जिसमें भगवान राम जी की 12 फीट की मूर्ति है जबकि रावण की मूर्ति 26 फीट ऊंची है. वहीं हनुमान जी बैठे हुए 25 फीट की मूर्ति है, लक्ष्मण जी की मूर्ति 12 फीट की बनाई गई है.
प्रमुख पात्रों की आदमकद प्रतिमाएं
अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया कि इस पार्क का निर्माण गुप्तार घाट के पास किया जा रहा है। पार्क में भगवान राम, हनुमान, सुग्रीव, विभीषण और अंगद सहित रामायण के प्रमुख पात्रों की आदमकद प्रतिमाओं के जरिए महाकाव्य के महत्वपूर्ण प्रसंगों को प्रदर्शित किया जाएगा।
गुप्तार घाट का धार्मिक महत्व
त्रिपाठी ने गुप्तार घाट के धार्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह स्थल अत्यंत पूजनीय है, क्योंकि यह माना जाता है कि इसी स्थान पर भगवान राम ने जल समाधि ली थी। इस पूरे पार्क को रामायण की दिव्यता और भव्यता को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है।
राम दरबार और आध्यात्मिक अनुभव
महापौर ने बताया कि पार्क के भीतर दूसरा प्रमुख आकर्षण राम दरबार होगा, जिसमें भगवान राम, माता सीता और भगवान लक्ष्मण की प्रतिमाएं लगी होंगी। इस पूरे पार्क का लक्ष्य आगंतुकों को रामायण के महत्वपूर्ण क्षणों का एक गहन आध्यात्मिक अनुभव कराना है, जिससे वे महाकाव्य की शिक्षाओं से जुड़ सकें।