अशोक चौधरी को मिलता है हर कांट्रैक्ट में 5 प्रतिशत कमीशन! नीतीश के मंत्री पर प्रशांत किशोर ने फोड़ा 500 करोड़ का बम
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के निकटस्थ माने जाने वाले अशोक चौधरी पर फिर से बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि उन्हें हर कांट्रैक्ट में 5 प्रतिशत कमीशन मिला है.
Prashant Kishor : जनसुराज के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अगर सात दिनों के भीतर मानहानि का नोटिस वापस नहीं लिया गया तो वे अशोक चौधरी की 500 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति का खुलासा करेंगे। इसके अलावा प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि अशोक चौधरी ने 20 हजार करोड़ रुपये का कांट्रैक्ट दिया है, जिसमें हर भुगतान से 5 प्रतिशत कमीशन वसूला जा रहा है। हाल ही में जिस इंजीनियर ने घर में करोड़ों रुपये जलाए थे, वह भी कथित रूप से अशोक चौधरी का कमीशन का पैसा था।
पीके ने अशोक चौधरी से जुड़े वैभव विकास ट्रस्ट की फंडिंग पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि जब से अशोक चौधरी की बेटी की सगाई हुई है, तब से ट्रस्ट के पास अचानक लगभग ₹100 करोड़ की राशि आई और बड़े पैमाने पर जमीन खरीदी गई। उन्होंने ट्रस्ट से जुड़े लोगों – किशोर कुणाल, अनिता कुणाल और जिया लाल आर्य – से इस रकम के स्रोत की सार्वजनिक जानकारी देने की मांग की। पीके ने कहा कि यदि अशोक चौधरी इस्तीफा नहीं देते तो वे उनका घेराव करेंगे और राजनीति में बने रहने नहीं देंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि मामले को लेकर वे राज्यपाल से भी मिलेंगे।
6 हत्या के आरोपी सम्राट
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी 1995 में तारापुर की घटना में छह लोगों की हत्या के अभियुक्त हैं, जिनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। प्रशांत किशोर का दावा है कि उस समय कोर्ट में सम्राट चौधरी ने दस्तावेज पेश कर खुद को नाबालिग बताया था। उन्होंने 24 अप्रैल 1995 को कोर्ट में हलफनामा देकर जन्मतिथि 1 मई 1981 दर्ज कराई, जिसके आधार पर उन्हें राहत मिली क्योंकि कोर्ट ने माना कि वे नाबालिग थे। उस दौरान उन्होंने अपना नाम भी सम्राट चंद्र मौर्य बताया था।
प्रशांत किशोर ने सवाल उठाया कि सम्राट चौधरी ने 2020 के चुनावी हलफनामे में अपनी आयु 51 वर्ष बताई, जिससे साफ होता है कि 1995 में उनकी उम्र 26 साल थी। ऐसे में उन्होंने कोर्ट में गलत दस्तावेज देकर न्यायालय को गुमराह किया। उन्होंने नीतीश कुमार और राज्यपाल से मांग की कि ऐसे व्यक्ति को उपमुख्यमंत्री पद पर बनाए रखना संविधान और जनता दोनों के साथ धोखा है।
कोर्ट जाएंगे पीके
पीके ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो वे कोर्ट का दरवाजा खटखटाएँगे। उन्होंने कहा कि वे राज्यपाल से मिलकर सम्राट चौधरी की न केवल बर्खास्तगी, बल्कि गिरफ्तारी की मांग करेंगे। यह विवाद बिहार की राजनीति में नए सियासी भूचाल का संकेत दे रहा है।
शिल्पी गौतम हत्याकांड में भी नाम
प्रशांत किशोर ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर नया हमला बोला है। उन्होंने दावा किया कि सम्राट चौधरी न केवल तारापुर में हुए छह हत्याओं के मामले में आरोपी रहे हैं, बल्कि चर्चित शिल्पी गौतम हत्याकांड में भी उनका नाम सामने आया था। प्रशांत किशोर के मुताबिक, इस मामले की जांच सीबीआई ने की थी और उस दौरान सम्राट चौधरी से पूछताछ की गई थी।