राजधानी पटना में ऑटो और ई-रिक्शा के लिए जोन आधारित नीति, यातायात व्यवस्था में सुधार की दिशा में बड़ा कदम, अब इस तरह से बुक होगें ऑटो

राजधानी में ऑटो और ई-रिक्शा के लिए जोन आधारित परिचालन की नई नीति लागू की जा रही है। यातायात को व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए यह नई व्यवस्था अप्रैल से शुरू होगी।

राजधानी पटना में ऑटो और ई-रिक्शा के लिए जोन आधारित नीति, यातायात व्यवस्था में सुधार की दिशा में बड़ा कदम, अब इस तरह से बुक होगें ऑटो
ऑटो और ई-रिक्शा- फोटो : social media

Patna Auto Rikshaw: राजधानी की परिवहन व्यवस्था को सुरक्षित, व्यवस्थित और जाम मुक्त बनाने के लिए नई जोन आधारित नीति लागू की जा रही है। इस नई व्यवस्था के तहत ऑटो और ई-रिक्शा का संचालन नीले, हरे, और पीले रंग के जोनों के अनुसार होगा। यह कदम न केवल यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाएगा बल्कि यात्रियों और उनके सामान की सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगा।

नई व्यवस्था: ऑटो और ई-रिक्शा के लिए जोन

क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के अध्यक्ष सह प्रमंडलीय आयुक्त मयंक वरवड़े के निर्देश पर इस नीति का निर्धारण किया जा रहा है। अप्रैल से लागू होने वाली इस नई नीति के तहत राजधानी को तीन रंगों के जोन में बांटा जाएगा। ऑटो और ई-रिक्शा को इन जोनों के तय रूटों पर ही चलने की अनुमति दी जाएगी।

ऑटो और ई-रिक्शा पर क्यूआर कोड भी अंकित रहेगा, जिसे स्कैन करके यात्री चालक और वाहन से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। साथ ही, जोन के अनुसार पार्किंग के लिए भी स्थान चिह्नित किए जाएंगे और संबंधित पुलिस थानों को भी इन जोनों के अनुसार टैग किया जाएगा।

आवेदन प्रक्रिया जल्द शुरू

नई व्यवस्था के लिए आवेदन की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी। इसके तहत रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डा, और बस स्टैंड से रिजर्व ऑटो सभी जोनों के रूटों पर चलने की अनुमति होगी।

ऑटो चालक संघ के साथ बैठक

हाल ही में ऑटो चालक संघ के प्रतिनिधियों और आयुक्त के बीच एक बैठक भी हुई। बैठक में ऑटो चालकों ने इस नई व्यवस्था पर अपनी चिंताएँ व्यक्त कीं, जिसमें उन्होंने बताया कि यदि जोन व्यवस्था लागू होने के बाद किसी व्यक्तिगत काम से अन्य जोन में जाते हैं, तो चालान कटने की संभावना हो सकती है।

आयुक्त ने स्पष्ट किया कि व्यक्तिगत कार्यों जैसे बच्चों को स्कूल छोड़ने या अस्पताल जाने के लिए चालकों को सभी जोनों में जाने की छूट दी जाएगी। हालांकि, इस दौरान ओन का बोर्ड लगाना अनिवार्य होगा और वे रास्ते में सवारियां नहीं उठा सकेंगे।

तीन क्षेत्रों में लागू होगी नीति

इस नई नीति को नगर निगम क्षेत्र के अलावा फुलवारीशरीफ, दानापुर, और खगौल नगर परिषदों में भी लागू किया जाएगा। इसके तहत इन क्षेत्रों में लगभग 25,000 ऑटो और 10,000 ई-रिक्शा को जोन आधारित संचालन की अनुमति दी जाएगी।

ऑटो और ई-रिक्शा के जोन

राजधानी में ऑटो और ई-रिक्शा के जोन आधारित संचालन की यह नई नीति यातायात व्यवस्था को अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और जाम मुक्त बनाने में सहायक सिद्ध होगी। इससे यात्री सुरक्षा में भी सुधार होगा और शहर की यातायात व्यवस्था में एक नया अध्याय जुड़ने वाला है।

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