हम दोनों शादी करेंगे...हमें कोई नहीं....प्रेमिका के चाचा को प्रेमी ने दी थी धमकी, पटना में ऑनर किलिंग मामले में बड़ा खुलासा, परिजनों ने ऐसे रची साजिश
Honour Killing: पटना में ऑनर किलिंग का खौफनाक मामला सामने आया। नाबालिग प्रेमी प्रेमिका ने घर से भागकर शादी रचा ली। जिसके बाद परिजनों ने दोनों को धोखे से वापस बुलाया और मौत के घाट उतार दिया।
Honour Killing: हम दोनों शादी करेंगे...हमें कोई नहीं रोक सकता है...मरने से चंद दिनों पहले नाबालिग प्रेमी ने अपनी प्रेमिका के चाचा के सामने यह ऐलान किया था। इस दौरान दोनों परिवार में झड़प हुई, बाद-विवाद हुआ। जिसके बाद परिजनों ने दोनों को एक दूसरे से मिलने से रोक दिया। परिवार की बंदिशों की तोड़ते हुए दोनों ने आखिरकार भागकर शादी करने का फैसला लिया और घर से भाग गए। परिजनों को जब भनक लगी कि दोनों ने शादी कर ली है तो धोखे से उन्हें वापस बुलाया और मौत के घाट उतार दिया। प्रेमी प्रेमिका का शव रेलवे ट्रैक पर 6 टुकड़ों में मिला। यह कहानी बिल्कुल फिल्मी है। जहां एक और प्रेमी-प्रेमिका समाज और परिवार के बंधनों को तोड़कर प्रेम को मंजिल पर पहुंचाते हुए शादी रचा लेते हैं तो वहीं परिवार वाले इस धोखे से आहत होकर दोनों को मौत के घाट उतार देते हैं।
प्रेम कहानी का खौफनाक अंत
पूरा मामला पटना के धनरुआ थाना क्षेत्र का है। जहां प्रेम कहानी एक दर्दनाक अंजाम तक पहुंच गई। 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले सुबोध और श्वेता(काल्पनिक नाम) ने परिवार की रजामंदी न मिलने के बाद घर से भागकर शादी कर ली थी। लेकिन महज सात दिन बाद दोनों की लाश पटना-गया रेलखंड के पोठाही हॉल्ट के पास रेलवे ट्रैक पर क्षत-विक्षत हालत में मिली। पुलिस ने इसे ऑनर किलिंग का मामला बताया है। दरअसल, सुबोध और श्वेता पिछले एक साल से एक-दूसरे से प्यार करते थे। दोनों की मुलाकात कोचिंग क्लास में हुई थी। वहीं से दोस्ती प्यार में बदल गई। जब परिवार वालों को इस रिश्ते की भनक लगी तो उन्होंने कड़ा विरोध किया। कई बार समझाने के बावजूद दोनों का मिलना-जुलना जारी रहा।
तीज के दिन प्रेमी का ऐलान
दोनों पढ़ने जाते फिर साथ घूमते। परिजनों को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने लड़की की कोचिंग छुड़वा दी। जिसके बाद दोनों छुप छुपकर मुलाकात करते रहे। इसी बीच 26 अगस्त को श्वेता ने सुबोध के लिए तीज का व्रत रखा। श्वेता सुबोध को अपना पति मानती थी वहीं उसके बुलाने पर सुबोध श्वेता से मिलने उसके घर पहुंचा। लेकिन रास्ते में ही लड़की के चाचा ने सुबोध को रोक लिया और वापस जाने को कहा। इस दौरान दोनों में कहासुनी हुई। तब सुबोध ने श्वेता के चाचा के सामने कहा कि मैं अपनी पत्नी से मिलने आया हूं, तुम बीच में आओ। सुबोध ने यहां तक धमकी दे दी कि अगर वो श्वेता के चाचा नहीं होते तो उनको सबक सिखा देता। सुबोध ने गुस्से में साफ कहा कि“हम दोनों शादी करेंगे, अब कोई हमें अलग नहीं कर पाएगा।” यही बात दोनों परिवारों के बीच तनातनी का कारण बन गई।
सुबोध ने रचाई शादी परिवार ने दिया धोखा
इसके बाद दोनों एक दूसरे से मिल नहीं पा रहे थे। परिवार की बंदिशों से तंग आकर दोनों ने 6 सितंबर को घर छोड़ दिया। तब श्वेता की दादी ने पुलिस थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया और आरोप लगाया कि सुबोध पिस्तौल दिखाकर पोती को ले गया। जांच में पता चला कि दोनों रामकृष्ण नगर में सुबोध के मामा के घर रुके हुए थे और मंदिर में शादी भी की थी। सुबोध ने सोशल मीडिया पर शादी की तस्वीरें भी शेयर की थीं। इसी बीच परिजनों को शादी की जानकारी मिल गई। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि किसी परिवारजन ने उन्हें घर बुलाया और फिर साजिश के तहत उनकी हत्या कर दी। अगले दिन उनकी लाश रेलवे ट्रैक पर मिली। पुलिस का मानना है कि हत्या कर शवों को ट्रैक पर फेंक दिया गया ताकि मामला आत्महत्या लगे।
लड़की के चाचा और पापा फरार
मसौढ़ी एसडीपीओ कन्हैया सिंह ने बताया कि शवों पर चोट के कई निशान मिले हैं। यह स्पष्ट रूप से ऑनर किलिंग का मामला है। वहीं, पटना सिटी एसपी (पूर्वी) परिचय कुमार ने कहा कि लड़की के पिता और चाचा फरार हैं और उनकी तलाश की जा रही है। दूसरी ओर, लड़की की दादी के बयान पर सुबोध और उसके दोस्तों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया गया था। गांव के लोग बताते हैं कि दोनों परिवार एक ही जाति से हैं लेकिन आपसी वर्चस्व की लड़ाई के चलते रिश्ते को स्वीकार नहीं किया गया। यही कारण था कि मासूम प्रेम कहानी खून-खराबे में बदल गई और अब पूरा गांव इस ऑनर किलिंग की वारदात से स्तब्ध है।