Bihar Politics: बीजेपी के इन 15 विधायकों का कटेगा टिकट ! विधानसभा चुनाव से पहले होगा बड़ा खेला, ऐसे होगा प्रत्याशियों का चयन

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी खबर सामने आ रही है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बीजेपी के 15 विधायकों का टिकट कट सकता है। प्रत्याशियों के चयन के लिए भाजपा ने नई रणनीति बनाई है।

assembly elections 2025
assembly elections 2025 !- फोटो : social media

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज है। महागठबंधन और एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारे और उम्मीदवारो  को लेकर बैठकों का दौर जारी है। दोनों गठबंधन योग्य उम्मीदवारों के चयन में जुटी है। ऐसे में प्रत्याशियों की स्क्रूटिनी की जा रही है। स्क्रूटिनी के बाद कई मौजूदा विधायकों के टिकट कटने की जानकारी सामने आ रही है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक इस बार 15 मौजूदा विधायकों का टिकट काटा जाएगा। इसके पीछे उनकी अधिक उम्र, निष्क्रियता, कम वोटों से जीत और दूसरी पार्टियों से आए नेताओं को जगह देने की रणनीति प्रमुख कारण हैं।

15 विधायकों का कटेगा नाम!

जानकारी के अनुसार, भाजपा के 6 मौजूदा विधायक 70 वर्ष से अधिक आयु के हैं। 2020 के चुनाव में 6 सीटों पर जीत-हार का अंतर 3 हजार से कम था, वहीं 8 सीटों पर यह अंतर 2 हजार से भी कम रहा। इसके अलावा 13 सीटों पर भाजपा प्रत्याशी 11 हजार से अधिक वोटों से हार गए थे। ऐसे में पार्टी नेतृत्व ने कई सीटों पर बदलाव की तैयारी कर ली है। कई विधायकों की विदाई तय मानी जा रही है।

अमित शाह करेंगे जायजा 

बता दें कि, चुनावी साल में केंद्रीय नेतृत्व का बिहार दौरा जारी है। आज यानी शनिवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा बिहार में हैं। आज शाम वो कोर कमिटी की बैठक करेंगे। साथ ही बीजेपी नेताओं को कई जिम्मेदारी भी सौपेंगे। इसके बाद 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर आएंगे। इस दौरान वो बिहार को बड़ी सौगात देंगे। वहीं 18 और 27 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर आएंगे। दरअसल, केंद्रीय नेतृत्व ने भी बिहार को पांच जोन में बांट दिया है। गृह मंत्री अमित शाह 18 और 27 सितंबर को पटना में क्षेत्रीय बैठकों की अध्यक्षता करेंगे।

प्रत्येक विधानसभा से चुने जाएंगे 5 से 7 नाम 

18 सितंबर को गृह मंत्री पटना, मगध और शाहाबाद जोन की बैठक करेंगे। तो वहीं 27 सितंबर को कोसी, सीमांचल, सारण, चंपारण और मिथिलांचल जोन की बैठक होगी। इन्हीं बैठकों में प्रत्याशियों की स्क्रूटिनी होगी। प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया की बात करें तो प्रत्येक विधानसभा से 5–7 संभावित नाम चुने जाएंगे। स्थानीय स्तर की बैठकों के बाद इनमें से 3 नाम दिल्ली भेजे जाएंगे। अंतिम प्रत्याशी की घोषणा नामांकन से 5–9 दिन पहले होगी। जानकारी अनुसार प्रदेश भाजपा कार्यालय में अब तक करीब 1300 नेताओं ने बायोडाटा जमा किया है।

243 सीटों पर स्क्रूटिनी 

भाजपा के हिस्से में इस बार लगभग 103 सीटें आने की संभावना है, लेकिन स्क्रूटिनी 243 सीटों पर होगी। पार्टी जिन सीटों पर चुनाव लड़ेगी, वहां प्रत्याशी की घोषणा दिल्ली से होगी। बाकी सीटों पर संभावित उम्मीदवारों की सूची सहयोगी दलों को सौंपी जाएगी। प्रत्याशी चयन में सर्वे रिपोर्ट, क्षेत्रीय फीडबैक, जिलाध्यक्षों और संगठन की राय को शामिल किया जाएगा। पिछले 5 वर्षों की लोकप्रियता और 2020 के चुनावी प्रदर्शन को भी अहम मानक माना जा रहा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि सर्वे और क्षेत्रीय फीडबैक के आधार पर प्रत्याशी तय किए जाएंगे। एनडीए के घटक दलों के लिए भी भाजपा कार्यकर्ता सक्रिय रहेंगे।

बीएल संतोष के भी सख्त आदेश 

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक लेकर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने मौजूदा विधायकों पर फीडबैक लिया और कार्यकर्ताओं को पंचायत स्तर तक जनसंपर्क बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हर घर और हर वोटर तक पहुंच बनानी होगी। जनसंपर्क के दौरान लोगों की शिकायतें सुनें और उन्हें केंद्र व राज्य सरकार की उपलब्धियों से अवगत कराएं।