Bihar Elections: विधानसभा चुनाव के पहले तेज प्रताप यादव का बड़ा ऐलान! पटना में अपने सरकारी आवास पर शुरू करने वाले हैं ये नायाब काम
Bihar Elections: तेज प्रताप यादव ने पटना में जनता दरबार लगाने का ऐलान किया। क्या यह बिहार चुनाव 2025 से पहले आरजेडी में वापसी की रणनीति है?
Bihar Elections: आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव ने एलान किया है कि वे 30 जून 2025 से अपने पटना स्थित सरकारी आवास (26 एम, स्ट्रैंड रोड) पर जनता दरबार लगाएंगे। यह दरबार प्रतिदिन शाम 6 बजे से 8 बजे तक चलेगा। तेज प्रताप ने अपने सोशल मीडिया X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर इसकी जानकारी दी और इसे "बिहार का नया अध्याय" बताया।
पोस्ट में तेज प्रताप ने लिखा कि जनता का दरबार, जनसमस्याओं का सीधा समाधान, आपके बीच, आपकी आवाज बनने के लिए तत्पर। आइए साथ मिलकर रचें बिहार का नया अध्याय।यह कदम चुनावी वर्ष में लिया गया है, जब अक्टूबर-नवंबर 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव संभावित हैं।
पारिवारिक और व्यक्तिगत विवादों के बीच यह कदम
तेज प्रताप पिछले कुछ महीनों से पारिवारिक विवाद और राजनीतिक उपेक्षा के कारण सुर्खियों में रहे हैं।अनुष्का यादव से कथित रिश्ते की खबरों के बाद लालू यादव ने उन्हें पार्टी और परिवार से बाहर कर दिया।तेज प्रताप पहले से ही अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक के मामले में कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।उन्होंने कुछ जयचंदों पर साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें जान का खतरा है और उन्होंने सुरक्षा की मांग भी की।इन सबके बीच जनता दरबार का ऐलान यह दर्शाता है कि तेज प्रताप जनता से सीधा संवाद बनाकर अपनी राजनीतिक स्थिति को पुनः स्थापित करना चाहते हैं।
क्या समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे तेज प्रताप?
तेज प्रताप यादव ने हाल ही में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बातचीत की। इसके बाद उन्होंने पोस्ट किया कि अखिलेश जी हमेशा मेरे दिल के काफ़ी करीब रहे हैं। उनका कॉल आना मेरे लिए ताक़त देने जैसा था। मैं इस लड़ाई में अकेला नहीं हूं।"
इसके बाद क्या सवाल उठे?
क्या तेज प्रताप आरजेडी छोड़कर सपा में शामिल हो सकते हैं?क्या यह बातचीत राजनीतिक गठजोड़ या समर्थन की शुरुआत है?क्या तेज प्रताप बिहार में एक नई युवा राजनीतिक धारा खड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं?
बिहार चुनाव 2025 से पहले 'जनता से सीधा संवाद'
बिहार में चुनावी रणनीति बदल रही है और तेज प्रताप का जनता दरबार एक सीधा-सादा लेकिन प्रभावी पब्लिक कनेक्ट प्लान हो सकता है। यह उनके राजनीतिक पुनरुत्थान की योजना भी हो सकती है।राजनीतिक विश्लेषकों की दृष्टि में तेज प्रताप एक इमेज बिल्डिंग एक्सरसाइज़ है करने वाले हैं, जिससे वे पार्टी से बाहर होकर भी जनता से जुड़े रहें।विपक्षी दलों के लिए यह एक प्री-इलेक्शन चेतावनी है कि तेज प्रताप मैदान में वापसी कर सकते हैं।यह गैर-पारंपरिक लेकिन जनसंपर्क आधारित राजनीति का संकेत है।