Bhojpur DM News: DM साहब अचानक बैठ गए जमीन पर! भोजपुर में दिखा अनोखा नजारा, जानें क्यों अधिकारी ने किया ऐसा काम, जिसकी हर जगह हो रही चर्चा
बिहार के भोजपुर में 'महिला संवाद' कार्यक्रम के तहत जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया जमीन पर बैठकर महिलाओं से संवाद करते नजर आए। यह कार्यक्रम पूरे राज्य में महिलाओं की समस्याओं को जानने और सरकारी योजनाओं से जोड़ने की पहल है।

Bhojpur DM News: बिहार के भोजपुर जिले में बलुआ गांव उस समय सुर्खियों में आ गया, जब जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया सरकारी मंचों की औपचारिकताओं को छोड़ते हुए सीधे जमीन पर बैठकर ग्रामीण महिलाओं से संवाद करने लगे। यह दृश्य सिर्फ़ एक बैठक नहीं, बल्कि जनता और प्रशासन के बीच भरोसे की नई बुनियाद था।
यह सब ‘महिला संवाद कार्यक्रम’ के तहत हुआ, जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया।18 अप्रैल से 15 जून 2025 तक चलने वाला यह कार्यक्रम बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग की अनूठी पहल है। इसका उद्देश्य है ग्रामीण महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी देना। उनकी समस्याएं और अपेक्षाएं सीधे प्रशासन तक पहुंचाना। महिलाओं को नीति निर्माण की प्रक्रिया में भागीदार बनाना। बता दें कि भोजपुर जिले में कुल 1398 ग्राम संगठनों के माध्यम से यह कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी भोजपुर,श्री तनय सुल्तानिया महिला संवाद में उपस्थित स्थानीय महिलाओं को संबोधित करते हुए।@IPRDBihar @officecmbihar @BiharRDD @DoSWBihar pic.twitter.com/EKOT9ppbnx
— जिला प्रशासन भोजपुर (@bhojpur_dm) April 18, 2025
जिलाधिकारी का मानवीय चेहरा
बलुआ गांव, आरा सदर प्रखंड में आयोजित इस संवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया न केवल मंच पर आए, बल्कि महिलाओं के बीच बैठकर उनकी बात सुनी, समाधान सुझाया और प्रशासन का भरोसा दिलाया। यह पहली बार था जब महिलाओं ने अपने जीवन से जुड़ी योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता योजना,जीविका परियोजना, स्वच्छ भारत मिशन मनरेगा के तहत रोजगार से जुड़ी सुविधाएं के बारे में खुलकर बात हुई।
तीन प्रेरणादायक लघु फिल्मों का प्रदर्शन
कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार द्वारा पिछले 20 वर्षों में महिलाओं के लिए किए गए विकास कार्यों पर आधारित तीन लघु फिल्मों का प्रदर्शन भी संवाद रथ के माध्यम से किया गया। ये फिल्में प्रेरणा, बदलाव और आत्मनिर्भरता को दर्शाती हैं। महिलाओं को जागरूकता और सहभागिता के लिए प्रेरित करती हैं