Bihar Politics: बीजेपी-जदयू के बाद अब दिल्ली में बिहार कांग्रेस की अहम बैठक, इतने सीटों पर ठोक सकते हैं ताल, तेजस्वी की बढ़ेगी मुश्किल?
Bihar Politics: विधानसभा चुनाव से पहले आज दिल्ली में बिहार कांग्रेस की बड़ी और अहम बैठक होने वाली है। बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर रणनीति बन सकती है। कांग्रेस तेजस्वी की टेंशन बढ़ा सकती है।
Bihar Politics: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल सातवें आसमान पर है। बैठकों का दौर जारी है। हाल ही में दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बीजेपी की बैठक हुई तो वहीं बीते दिन जदयू की बैठक भी दिल्ली में हुई। वहीं आज दिल्ली मे बिहार कांग्रेस की अहम बैठक होने वाली है। महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर यह बैठक अहम मानी जा रही है। बैठक में कांग्रेस अपनी चुनावी रणनीति बना सकती है। कहीं ना कहीं कांग्रेस राजद के लिए मुश्किल भी खड़ी कर सकती है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस 55 से 60 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
कांग्रेस की अहम बैठक
दरअसल, कांग्रेस और राजद के बीच सीट बंटवारे को लेकर आज दिल्ली में अहम बैठक होगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर शाम 4 बजे बैठक होगी। बैठक में राहुल गांधी, महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम शामिल होंगे। विधायक दल नेता शकील अहमद खां और विधान परिषद में पार्टी के नेता मदन मोहन झा भी बैठक में मौजूद रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक, सीट बंटवारे पर अब अंतिम फैसला कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व ही करेगा।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश और कांग्रेस का आरोप
बैठक से पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने निर्वाचन आयोग पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा है कि आधार कार्ड को पहचान प्रमाण के रूप में 12वां दस्तावेज माना जाए। यह अदालत का तीसरा आदेश है, इसके बावजूद चुनाव आयोग आधार को मान्यता देने से इंकार कर रहा है। राजेश राम के अनुसार, यह गरीबों, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समाज के मताधिकार को कमजोर करने की साजिश है, और चुनाव आयोग बीजेपी-जेडीयू के दबाव में काम कर रहा है।
चुनावी तैयारी तेज
बता दें कि, विधानसभा चुनाव होने में अब कुछ ही समय बचा है। ऐसे में सभी पार्टियों ने तैयारी तेज कर दी है। सभी पार्टियों में सीट बंटवारे और उम्मीदवारों को लेकर मंथन शुरु हो गया है। चुनाव आयोग अक्टूबर में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। वहीं एनडीए और महागठबंधन के नेता एक दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं। आरोप-प्रत्यारोप के साथ साथ बैठकों का दौर भी जारी है। चुनाव को लेकर रणनीति ना सिर्फ बनाई जा रही है बल्कि उस रणनीति को जमीनी स्तर पर उतारने की कोशिश भी की जा रही है।