Bihar Tourism: बिहार का नक्शा फिर हुआ गड़बड़! पर्यटन विभाग के नक्शे गायब हुआ यह जिला, मचा हंगामा

Bihar Tourism: बिहार के पर्यटन विभाग का एक नया नक्शा वायरल हो गया है, लेकिन इस बार कारण किसी खास पर्यटन स्थल की सुंदरता नहीं, बल्कि नक्शे में एक बड़ी ग़लती का है।,,,

बिहार का नक्शा फिर हुआ गड़बड़! - फोटो : reporter

Bihar Tourism: बिहार के पर्यटन विभाग का एक नया नक्शा वायरल हो गया है, लेकिन इस बार कारण किसी खास पर्यटन स्थल की सुंदरता नहीं, बल्कि नक्शे में एक बड़ी ग़लती का है। पटना और गया के बीच बसा जहानाबाद जिला इस नक्शे में गायब हो गया है! जी हां, सही सुना आपने। इस मैप में जहानाबाद का नाम कहीं दिखाई नहीं देता, जबकि भोजपुर जिले का नाम दो बार लिखा गया है।

यह मैप बिहार में बोली जाने वाली विभिन्न भाषाओं को दर्शाने के लिए बनाया गया था, लेकिन यह गलती इस मुद्दे को और भी दिलचस्प बना देती है। सवाल उठ रहा है कि क्या बिहार के पर्यटन विभाग को जहानाबाद जिले की जानकारी नहीं है?

बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में बोलचाल की भाषाओं को लेकर विभाग ने एक पोस्ट शेयर किया था। इस पोस्ट में बिहार के जिलों के बारे में जानकारी दी गई थी कि कहाँ कौन सी भाषा बोली जाती है। लेकिन जो सबसे चौकाने वाली बात सामने आई, वह यह थी कि पटना और गया के बीच स्थित जहानाबाद जिले का नाम नक्शे से गायब था।

इसके बजाय भोजपुर जिले का नाम दो जगहों पर लिखा गया है, जो पूरी तरह से गलत था। अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह विभाग की नासमझी है या फिर किसी ने जानबूझ कर इसे नजरअंदाज किया?

नक्शे में यह बताया गया कि बिहार के किस इलाके में कौन सी भाषा बोली जाती है:

भोजपुरी क्षेत्र: चंपारण, सिवान, बक्सर, सारण, भोजपुर, कैमूर, और रोहतास

बज्जिका क्षेत्र: सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, वैशाली

अंगिका क्षेत्र: बांका, मुंगेर, भागलपुर

मैथिली क्षेत्र: मधुबनी, दरभंगा, कटिहार, समस्तीपुर, सहरसा

मगही क्षेत्र: पटना, अरवल, नालंदा, लखीसराय, शेखपुरा, जमुई, गया, और औरंगाबाद

हालांकि, जहानाबाद जिले का नाम कहीं भी नहीं था। यह विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही या तकनीकी ग़लती की ओर इशारा करता है।

सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर भारी बहस हो रही है। यूजर्स इसे भ्रष्टाचार और दूसरी लापरवाहियों से जोड़ रहे हैं। कुछ यूज़र्स ने तो यह सवाल भी किया है कि क्या पर्यटन विभाग को बिहार के हर जिले का सही ज्ञान भी नहीं है?बिहार की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाने वाले इस नक्शे में ऐसे बड़े स्पष्टीकरण की ज़रूरत है, ताकि जनता को सही जानकारी मिल सके।

रिपोर्ट- रंजीत कुमार