Bihar police news: बिहार में कानून के रखवालें भी नहीं रहे सेफ! बिहार के तीन जिलों में पुलिस पर हुए हमले, 8 घायल, जानें वजह
Bihar police news: : बिहार के पूर्वी चंपारण, पूर्णिया और सारण जिलों में पुलिस टीमों पर हमले हुए, जिनमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हमले घरेलू विवाद, अवैध शराब और अपराधियों की गिरफ्तारी के दौरान हुए।
Bihar police news: बिहार में कानून के रखवालों पर हमले की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में राज्य के पूर्वी चंपारण, पूर्णिया और सारण जिलों में तीन अलग-अलग मामलों में पुलिस टीमों को निशाना बनाकर हमला किया गया। इन हमलों में कुल 14 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं, जिनमें थानाध्यक्ष, दारोगा और जवान शामिल हैं। यह घटनाएं राज्य में पुलिस की सुरक्षा और कानूनी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
पूर्वी चंपारण: थाने पर भीड़ का हमला, 8 पुलिसकर्मी घायल
पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन थाना में एक घरेलू विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। एक महिला अंतिमा कुमारी अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती थी और अपने बेटे को वापस पाने के लिए थाने में आवेदन दिया था। जब उसका पति दीपक ठाकुर 50 ग्रामीणों के साथ थाने पहुंचा और बेटे को सौंपने से इनकार किया, तो पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया की बात कही।
यह सुनते ही भीड़ ने थाने में घुसकर थानाध्यक्ष अनुज कुमार पांडेय और उनके सहयोगी दारोगाओं पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस घटना में कुल 8 पुलिसकर्मी घायल हुए। एक जवान सद्दाम हुसैन की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिसे मोतिहारी रेफर किया गया है। इस घटना ने पूरे इलाके में तनाव फैला दिया है।
पूर्णिया: शराब माफियाओं का तांडव, दारोगा समेत दो घायल
पूर्णिया के भवानीपुर थाना क्षेत्र में अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर धंधेबाजों ने हमला कर दिया। पुलिस ने जब एक घर से बड़ी मात्रा में शराब जब्त की, तो दर्जनों माफियाओं ने पुलिस पर लाठी, दबिया और पत्थरों से हमला कर दिया।
इस हमले में दारोगा इकबाल खान गंभीर रूप से घायल हो गए और उनके साथ चालक और चौकीदार अशोक कुमार को भी चोटें आईं। हमलावरों ने पुलिस वाहन को भी नष्ट कर दिया, जिससे पुलिस टीम को मौके से भागकर जान बचानी पड़ी।
सारण: ग्रामीणों ने की पत्थरबाजी, गिरफ्तार आरोपी को छुड़ाया
तीसरी घटना सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र की है, जहां पुलिस ने एक अवैध शराब कारोबारी चेमन उर्फ गणेश चौधरी को गिरफ्तार किया था। उसके घर से 200 लीटर अवैध शराब बरामद की गई थी। गिरफ्तारी के बाद, स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर लाठी और पत्थरों से हमला कर आरोपी को छुड़ा लिया। इस दौरान दो पुलिसकर्मी घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
क्या कहती है यह तस्वीर?
इन घटनाओं से साफ है कि राज्य में कानून व्यवस्था पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। लगातार हो रहे हमलों से साफ हो गया है कि पुलिस का मनोबल गिर रहा है और अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। सवाल यह भी है कि कानून के रक्षक खुद असुरक्षित हैं, तो आम जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी?