Bihar Road Project: पटनावासियों के लिए नीतीश सरकार की ओर से गुड न्यूज! बिहटा-मनेर मार्ग को लेकर बड़े पैमाने पर होगा काम, ट्रैफिक जाम से मिलेगा निजात
बिहार की राजधानी पटना में नीतीश सरकार ने दी बड़ी सौगात! जेपी गंगा पथ, गोला रोड और खगौल-दीघा नहर रोड के चौड़ीकरण से ट्रैफिक जाम से राहत और सुगम आवागमन का वादा। जानिए परियोजनाओं की पूरी जानकारी।

Bihar Road Project: बिहार सरकार ने पटना की सड़कों को नया जीवन देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। जेपी गंगा पथ, दानापुर-मनेर रोड, गोला रोड, और खगौल-दीघा नहर रोड जैसी प्रमुख सड़कों का चौड़ीकरण और आधुनिकीकरण करने की योजना बनाई गई है। इस योजना से न केवल शहर का यातायात बेहतर होगा बल्कि आने वाले वर्षों में शहरी विस्तार और आवागमन भी आसान हो जाएगा।
जेपी गंगा पथ का विस्तार और दानापुर-बिहटा सड़क चौड़ीकरण
पटना के पश्चिमी हिस्से में तेजी से हो रहे विकास को देखते हुए जेपी गंगा पथ का विस्तार 36 किलोमीटर तक कोईलवर तक किया जाना प्रस्तावित है। इससे पहले पुराने एनएच-30 (बिहटा से दानापुर होते हुए मनेर) के 22 किलोमीटर हिस्से को 14 मीटर चौड़ा किया जाएगा।
कुल लागत: करीब 70 करोड़ रुपये
लाभ: बक्सर, आरा और बिहटा की ओर से आने-जाने वाले लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी
वैकल्पिक मार्ग: जेपी पथ के पूर्ण होने तक यह सड़क एक वैकल्पिक संपर्क मार्ग के रूप में उपयोग होगी
ट्रैफिक जाम से राहत
बेली रोड से गोला रोड की मौजूदा सड़क 7.5 मीटर चौड़ी है, जिसे बढ़ाकर 14 मीटर करने की योजना है। दो लेन को दोनों तरफ 7-7 मीटर चौड़ा किया जाएगा। इसमें 20 करोड़ रुपये की लागत लगेगी। इसमें फुटपाथ, सड़क डिवाइडर, नाला ढ़कने की योजना भी शामिल है। यह इलाका वर्तमान में ट्रैफिक जाम से बुरी तरह जूझ रहा है। परियोजना के पूरा होने से ट्रैफिक फ्री मूवमेंट संभव हो सकेगा।
खगौल-दीघा नहर रोड: नहर के किनारे फोरलेन सड़क
खगौल आरओबी से दीघा तक की सोन नहर रोड को 14 मीटर चौड़ा किया जाएगा, जिससे यह सड़क फोरलेन बन सकेगी। इसको बनाने में 70 करोड़ रुपये की लागत लगेगी। चुलहाईचक और कोथवां में स्थित स्कूलों को स्थानांतरित करने की योजना है, जिससे अतिक्रमण कम हो जाएगा। जमीन मापी और अतिक्रमण चिह्नित करने का काम मई तक पूरा कर लिया जाएगा। इस नहर के किनारे बनी पुरानी सड़क अब नए अवतार में बदलेगी, जिससे आसपास के लोगों को यात्रा में राहत मिलेगी।
प्रशासन की रणनीति
पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने स्पष्ट कहा है कि सरकारी जमीन पर किए गए अस्थायी अतिक्रमण को समय पर हटाया जाएगा। इसके लिए कानूनी नोटिस जारी किए जाएंगे और जरूरत पड़ी तो बलपूर्वक हटाया जाएगा।निविदा प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है। अब केवल जमीन के कब्जे और निर्माण कार्य की शुरुआत की प्रतीक्षा है।
क्यों ये परियोजनाएं हैं खास?
इन तीन प्रमुख परियोजनाओं से राजधानी को जाम से मुक्ति, समय की बचत, बेहतर संपर्क और शहरी विकास को गति मिलेगी।