Bihar Weather:बिहार में गर्मी की तपिश में आई ठंडक की खुशबू , इन 11 जिलों में बादल बरसने को तैयार, मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट, पटना का मौसम हुआ सुहाना
Bihar Weather:भीषण गर्मी और बेहिसाब उमस से जूझ रहे बिहारवासियों के लिए मौसम विभाग ने एक सुकूनभरी खबर दी है। ...
Bihar Weather:दो दिनों से बिहार की तपती धरती पर बरसात की फुहारों की आहट फिर सुनाई दे रही है। भीषण गर्मी और बेहिसाब उमस से जूझ रहे बिहारवासियों के लिए मौसम विभाग ने एक सुकूनभरी खबर दी है। बुधवार को मोतिहारी,बेतिया, गोपालगंज, सिवान, सारण, नवादा, गया, जमुई, बांका, मुंगेर और भागलपुर समेत 11 ज़िलों में वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में तेज हवा के साथ गरज-चमक और वज्रपात की संभावना जताई गई है। इस अलर्ट ने इन ज़िलों में गर्मी से बेहाल जनता को थोड़ी राहत की उम्मीद दी है।
दो दिनों से राजधानी पटना के लोगद उमस और गर्मी से बेहाल थे। आज राहत मिलेगी ज्यादर समय बादलों का आवाजाही लगी रहेगी वहीं कुछ स्थानों पर बारिश भी होगी। बिहार मौसम सेवा केंद्र ने अगले 2 दिनों तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई है। विशेष रूप से पश्चिमी चंपारण, पूर्णिया, गया, अररिया, सासाराम और किशनगंज जिलों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। यह बारिश किसानों के लिए लाभकारी हो सकती है, लेकिन जलभराव और यातायात में रुकावट की आशंका भी है।
बिहार मौसम सेवा केंद्र के निदेशक डॉ सीएन प्रभु के अनुसार 24 घंटे के दौरान अररिया, पूर्णिया, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, और गया जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन क्षेत्रों में बिजली गिरने और वज्रपात की संभावना को देखते हुए सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
बिहार मौसम सेवा केंद्र के निदेशक डॉ सीएन प्रभु ने किसानों और आम जनता से सावधानी बरतने की अपील की है, खासकर खेतों में काम करने से बचने की सलाह दी गई है।मौसम मानचित्र के अनुसार, राज्य के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में बादल छाए हुए हैं, जहां भारी वर्षा का जोखिम दिखाई दे रहा है।
पिछले कुछ दिनों से पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज के निवासी प्रचंड धूप और उमस से खासे परेशान थे। सूरज की तिरछी किरणें जैसे ज़मीं को झुलसाने को आमादा थीं। बादलों की आवाजाही और सूरज की लुकाछिपी के बीच वातावरण में चिपचिपी गर्मी ने जनजीवन को मुश्किल में डाल दिया था। ऐसे में मौसम विभाग का यह पूर्वानुमान राहत की एक ठंडी बयार लेकर आया है।
मौसम विभाग के अनुसार, इन जिलों में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से हवाएं चल सकती हैं, वहीं वज्रपात का भी ख़तरा बना हुआ है। गया, नवादा और मुंगेर जैसे ज़िलों में बिजली गिरने की आशंका अधिक बताई जा रही है। लोगों को सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
हालांकि, पूरे बिहार की बात करें तो जुलाई महीने में अब तक सामान्य से 46 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है। कई ज़िले तो ऐसे हैं जहाँ 50 से 89 फीसदी तक कम बारिश हुई है, जिससे सूखे जैसे हालात बनते जा रहे हैं। आमतौर पर जुलाई-अगस्त के महीने बिहार के लिए बाढ़ का संकेत लेकर आते हैं, परंतु इस बार 20 से अधिक ज़िलों में खेत-प्यासी ज़मीन की तरह बारिश की बाट जोह रहे हैं।
बिहार मौसम सेवा केंद्र के निदेशक डॉ सीएन प्रभु अनुसार, इस असामान्यता का कारण मानसून ट्रफ का दक्षिण की ओर खिसकना है। साथ ही बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाओं का प्रवाह भी कम हो गया है, जिससे बादलों की आमद भी प्रभावित हुई है।
हालांकि, 9 और 10 जुलाई को उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पूर्व बिहार में बारिश कुछ हद तक बढ़ने की संभावना जताई गई है। ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि बारिश की बूंदें न केवल तपिश को कम करेंगी, बल्कि किसानों के माथे की सिलवटें भी धो देंगी।