Bihar Vidhansabha Chunav 2025 : जन सुराज के बिट्टू सिंह ने दीघा में भरा दम, सभी वार्ड पार्षदों को किया एकजुट, जीत का किया दावा
PATNA : जन सुराज पार्टी के बैनर तले दीघा विधानसभा सीट से ताल ठोक रहे बिट्टू सिंह ने चुनाव से पहले ही अपनी सक्रियता से विपक्षियों की नींद उड़ा दी है। वह लगातार डोर-टू-डोर अभियान चलाकर लोगों से मिल रहे हैं और दीघा क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं को करीब से जान रहे हैं। इसी क्रम में, बिट्टू सिंह ने एक बड़ी राजनीतिक पहल करते हुए दीघा विधानसभा क्षेत्र के सभी वार्ड पार्षदों को अपने आवास पर आमंत्रित किया। यह बैठक चुनावी रणनीति के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
बिट्टू सिंह ने इन सभी वार्ड पार्षदों के साथ मिलकर दीघा के विकास और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर विस्तृत चर्चा की। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में सभी पार्षदों को एकजुट करके विपक्षियों को चारों खाने चित कर देने का एक ठोस प्लान भी तैयार किया गया। वार्ड पार्षद स्थानीय स्तर पर जनता के बीच मजबूत पकड़ रखते हैं, और उनका समर्थन किसी भी उम्मीदवार के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है। सिंह का यह कदम यह दिखाता है कि वह चुनाव को केवल एक व्यक्ति की लड़ाई नहीं, बल्कि एक सामुदायिक प्रयास बनाना चाहते हैं।
आगे की बातचीत में, बिट्टू सिंह ने वार्ड पार्षदों से अपील की कि वे अपने-अपने वार्डों में जन सुराज के विजन और प्रशांत किशोर द्वारा स्थापित किए गए 'जन सुराज' के सिद्धांतों को जनता तक पहुंचाएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि दीघा की समस्याएं पुरानी हैं और उनका समाधान केवल ईमानदार प्रयास और स्थानीय समर्थन से ही संभव है। उन्होंने पार्षदों से स्थानीय मुद्दों को सामने लाने और जनता की आवाज बनने का आग्रह किया।
पार्षदों को संबोधित करने के बाद, बिट्टू सिंह ने उनका मार्गदर्शन और समर्थन मांगा। इस दौरान, बैठक में मौजूद सभी वार्ड पार्षदों ने बिट्टू सिंह को अपनी ओर से पूरा समर्थन और विजय का आशीर्वाद दिया। पार्षदों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे जमीनी स्तर पर उनके लिए काम करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि जन सुराज का संदेश हर घर तक पहुंचे। उनका एकमत समर्थन दीघा में बिट्टू सिंह की दावेदारी को और मजबूत करता है।
जन सुराज पार्टी के लिए यह घटनाक्रम एक बड़ी सफलता है, क्योंकि वार्ड पार्षदों का यह सामूहिक समर्थन दीघा में एक मजबूत राजनीतिक आधार तैयार करता है। बिट्टू सिंह की रणनीति, जिसमें स्थानीय नेताओं को एकजुट कर चुनाव लड़ा जा रहा है, दीघा विधानसभा चुनाव के परिणाम को प्रभावित करने की क्षमता रखती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी यह डोर-टू-डोर मेहनत और स्थानीय नेतृत्व को साधने की पहल चुनावी मैदान में कितना रंग लाती है।
वंदना की रिपोर्ट