Bihar Politics : 'नीतीश कुमार को परेशान कर रही भाजपा', कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान का बड़ा दावा, विधानसभा चुनाव के पहले बिहार में होगा खेला
बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले बड़े सियासी उलटफेर का संकेत देते हुए कांग्रेस विधायक के नेता शकील अहमद खान ने दावा किया है की भाजपा द्वारा लगातार नीतीश कुमार को परेशान किया जा रहा है.

Bihar Politics : कांग्रेस विधायक के नेता शकील अहमद खान ने रविवार को एक अलग सियासी संकेत दिया. उन्होंने दावा किया की नीतीश कुमार के खिलाफ भाजपा की ओर से सियासी जाल बिछाने की तैयारी है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा कि भाजपा नीतीश कुमार को परेशान कर रही है. उन्हें परेशान करके छोड़ी हुई है. आगे क्या होगा आप देखते जाइए. उन्होंने कहा इसीलिए नीतीश कुमार के प्रति हमारी हमेशा सहानुभूति जाती है लेकिन इस सरकार को उखाड़ के फेंकना है हम लोग जनता के बीच जाएंगे. नीतीश कुमार के साथ कांग्रेस के हाथ मिलाने की सम्भावना से इंकार किया.
तेजस्वी फ़िलहाल सीएम फेस नहीं
कांग्रेस विधायक के नेता शकील अहमद खान ने एक बार फिर महाकठबंधन की ओर से होने वाले मुख्यमंत्री चेहरे पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने राजद के तेजस्वी यादव को सीएम फेस के रूप में पेश करने से जुड़े सवाल पर कहा कि महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद का चेहरा एक प्रक्रिया है और प्रक्रिया के तहत यह सभी बातें समय पर होगी. उन्होंने तेजस्वी यादव के सीएम फेस से जुड़ी अटकलों पर चुप्पी साधे रखी. शकील अहमद खान ने कहा कि कुछ चीज बाद में तय होती है. ऐसा नहीं है कि मैं मुख्यमंत्री पद की बात कर रहा हूं लेकिन हम लोग एकजुट हैं. हम लोग जनता के बीच जाएंगे. इस सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरेंगे.
तेजस्वी के साथ होगी बैठक
वहीं बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि 24 अप्रैल को बैठक से पहले 23 अप्रैल को भी हम लोगों ने एक बड़ी बैठक बुला ली है. तेजस्वी यादव के आवास पर यह बैठक होगी. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण चर्चा होगी और उसे चर्चा पर फैसला भी होगा.
चिराग को घेरा
चिराग पासवान के बिहार के मुख्यमंत्री बनने के संभावना पर उन्होंने कहा कि उनको हिम्मत है तो पहले अडानी और अंबानी के यहां जाकर अपने दलित महा दलित को रिजर्वेशन दिलाए उसके बाद बात करें. दरअसल, चिराग ने पिछले दिनों बिहार में सेवा करने की बात कही थी. उनके इस बयान को बिहार में एनडीए के भीतर किसी बड़े खेले के रूप में देखा जा रहा है. अब शकील अहमद खान ने चिराग को आड़े हाथों लेते हुए उनसे सवाल किया है की वे दलितों को निजी क्षेत्र में आरक्षण के लिए क्यों नहीं आवाज उठाते.
अभिजीत की रिपोर्ट