Bihar news: दरभंगा-मधुबनी में सालोभर होगी पंजाब-हरियाणा जैसी बंपर खेती, पश्चिमी कोसी नहर परियोजना से किसानों की खुशहाली तय: संजय कुमार झा
Bihar news: राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि इस परियोजना से अगले दो-तीन वर्षों में मिथिला के दो जिलों दरभंगा और मधुबनी में कृषि क्षेत्र में क्रांति देखने को मिलेगी।
Bihar news:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मधुबनी जिले की यात्रा के दौरान पश्चिमी कोसी नहर के विस्तारीकरण, नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण की महत्वाकांक्षी परियोजना का शिलान्यास किया। परियोजना का कुल बजट 7832 करोड़ 29 लाख रुपये है। जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस परियोजना से अगले दो-तीन वर्षों में मिथिला के दो जिलों—दरभंगा और मधुबनी—में कृषि क्षेत्र में क्रांति देखने को मिलेगी।
उन्होंने कहा कि अब पंजाब-हरियाणा की तर्ज पर सालोभर बंपर खेती होगी। किसानों को रबी और खरीफ दोनों मौसम में नहरों के अंतिम छोर तक पर्याप्त जल मिलेगा। साथ ही कोसी नदी की बाढ़ का प्रभाव भी कम होगा। इससे क्षेत्र के लाखों किसान परिवार खुशहाल होंगे और क्षेत्र से पलायन रुकेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और परियोजना में केंद्र सरकार के सहयोग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति मिथिलावासियों की ओर से आभार व्यक्त किया।
परियोजना की खासियत
संजय कुमार झा ने बताया कि पश्चिमी कोसी मुख्य नहर की लंबाई 91.82 किमी है, जिसमें प्रारंभिक 35.13 किमी नेपाल में और शेष 56.69 किमी भारत में स्थित है। पहले से कुछ मुख्य नहर और शाखा नहरों की लाइनिंग हो चुकी है, लेकिन शेष नहरें कच्ची होने के कारण सिंचाई सुविधा पर्याप्त नहीं थी।
अब इस परियोजना के तहत कुल 741 किमी लंबी नहरों की सीमेंट-कंक्रीट लाइनिंग कराई जाएगी। नहरें पक्की होने से रबी और खरीफ दोनों फसल मौसम में सालोभर सिंचाई सुनिश्चित होगी। परियोजना की वार्षिक सिंचाई क्षमता 2,91,000 हेक्टेयर से अधिक हो जाएगी और सिंचाई तीव्रता 135 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी। पर्याप्त जल मिलने से कृषि उत्पादकता में वृद्धि और भूजल स्तर में सुधार होगा।
अवसंरचना विकास
इस परियोजना के तहत नहरों के एक तटबंध पर 338 किलोमीटर लंबी सड़कें बनाई जाएंगी। नहर के दोनों ओर आवागमन के लिए 260 नए पुल का निर्माण और 407 पुलों की मरम्मत भी कराई जाएगी। इससे दोनों जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात और सुगम आवागमन सुनिश्चित होगा।
सिंचाई और बाढ़ प्रबंधन के लिए परियोजना में शामिल हैं:
558 नए रेगुलेटर्स का निर्माण और 218 की मरम्मत
158 क्रॉस ड्रेनेज स्ट्रक्चर्स का निर्माण और 127 की मरम्मत
11 नए फॉल्स का निर्माण और 11 की मरम्मत
3 प्रोटेक्शन वर्क्स
इन संरचनाओं से न केवल सिंचाई सुनिश्चित होगी, बल्कि बाढ़ के पानी का प्रबंधन भी बेहतर तरीके से होगा।