Bihar Vidhansabha Session : सभापति ने विधान परिषद को अनिश्चितकाल के लिए किया स्थगित, विपक्ष ने सरकार पर जमकर उठाया सवाल

Bihar Vidhansabha Session : सभापति ने विधान परिषद को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है। विधान परिषद में पक्ष विपक्ष के बीच जमकर बवाल हुआ।

अनिश्चित काल के लिए स्थगित- फोटो : social media

Bihar Vidhansabha Session : बिहार विधानसभा के दोनों सदन में आज जमकर बवाल हुआ। बिहार विधानसभा की कार्यवाही स्पीकर प्रेम कुमार ने अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। वहीं जिसका बाद सीएम नीतीश विधान परिषद पहुंचे। विधान परिषद में भी विपक्ष के लोगों ने सरकार पर जमकर सवाल उठाया। सीएम नीतीश के पहुंचते ही विपक्ष ने वॉकऑट कर दिया हालांकि अगले ही मिनट विपक्ष के नेता वापस भी आ गए। जिसके बाद कार्यवाही समाप्त हुआ और सभापति ने अनिश्चित काल के लिए विधान परिषद को भी स्थगित कर दिया।

सदन में पेश हुआ वार्षिक प्रतिवेदन 

शुक्रवार को बिहार विधान परिषद की प्रथम पाली में कार्यवाही के दौरान प्रभारी मंत्री अशोक चौधरी ने विभिन्न विभागों और संस्थाओं के वार्षिक प्रतिवेदन सदन में प्रस्तुत किए। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय के वित्तीय वर्ष 2023-24 का वार्षिक प्रतिवेदन सदन की मेज पर रखा। इसके साथ ही उन्होंने बीपीएससी के वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 के प्रतिवेदन भी सदन के पटल पर प्रस्तुत किए। प्रभारी मंत्री ने राज्य बांध सुरक्षा संगठन के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में बांधों की सुरक्षा स्थिति संबंधी वार्षिक प्रतिवेदन भी सदन में रखा, जिसमें प्रदेश के बांधों की संरचनात्मक स्थिति एवं सुरक्षा उपायों का विस्तृत विवरण शामिल है।

द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी पर छिड़ी बहस

वित्तीय वर्ष 2025-26 की द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी पर सामान्य वाद-विवाद की शुरुआत राजद के सौरभ कुमार ने की। उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए पूछा कि आखिर 92 हजार करोड़ रुपये के इतने बड़े अनुपूरक बजट की जरूरत क्यों पड़ी। सौरभ कुमार ने सरकार से पूछा कि क्या राज्य में वित्तीय संकट तीन गुना बढ़ गया है? क्या योजनाओं की लागत अनुमान से अधिक बढ़ी है? या फिर सरकार जरूरत से अधिक खर्च का बोझ विधानसभा पर डाल रही है? उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी अनुपूरक राशि मांगने के पीछे सरकार को स्पष्ट कारण बताने चाहिए ताकि सदन पारदर्शिता के साथ निर्णय ले सके।