Nitish Kumar Son Statement: पिता नीतीश कुमार के हेल्थ,तेजस्वी संग रिश्ते समेत खुद के राजनीति सफर को लेकर निशांत ने दिया ये जवाब, जानें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने पिता के स्वास्थ्य को लेकर विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि नीतीश पूरी तरह स्वस्थ हैं और अगले पांच साल राज्य का नेतृत्व करने में सक्षम हैं।
Nitish Kumar Son Statement: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत को लेकर उठते सवालों पर उनके बेटे निशांत कुमार ने पहली बार सार्वजनिक बयान देकर विपक्ष को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि मेरे पिता पूरी तरह स्वस्थ हैं। वो अगले पांच साल तक राज्य का नेतृत्व करने में पूरी तरह सक्षम हैं।” निशांत का यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्ष लगातार नीतीश कुमार की उम्र और स्वास्थ्य को लेकर सवाल खड़ा कर रहा है और अगली पंक्ति के नेता की मांग कर रहा है।
“तेजस्वी छोटे भाई जैसे हैं, उनका स्नेह बना रहे”
जब पत्रकारों ने उनसे तेजस्वी यादव को लेकर सवाल पूछा, तो निशांत कुमार ने सौम्य लहजे में जवाब दिया कि तेजस्वी मेरे छोटे भाई जैसे हैं। उनका स्नेह बना रहे।यह बयान इस बात की ओर संकेत करता है कि व्यक्तिगत रिश्तों में गरिमा बनाए रखने की कोशिश की जा रही है, भले ही राजनीतिक मतभेद मौजूद हों।
जनता से की एनडीए को समर्थन देने की अपील
निशांत कुमार ने बिहार की जनता से एनडीए गठबंधन को समर्थन देने की अपील करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि इस बार 2010 से भी बड़ा बहुमत एनडीए को मिले और नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बनें। उन्होंने जेडीयू कार्यकर्ताओं को यह संदेश भी दिया कि वे घर-घर जाकर 2005 से पहले और बाद के बिहार के हालात को समझाएं और नीतीश सरकार की उपलब्धियों को आंकड़ों के साथ पेश करें।
क्या निशांत करेंगे राजनीति में एंट्री?
पिछले कुछ समय से निशांत कुमार की जेडीयू में औपचारिक एंट्री को लेकर चर्चा तेज है। हालांकि इस पर उन्होंने स्पष्ट रूप से कुछ भी कहने से इनकार करते हुए जवाब दिया फिलहाल राजनीति में आने की कोई घोषणा नहीं है। लेकिन जिस तरह से वे लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद, जनता से अपील और पिता के समर्थन में बयान दे रहे हैं, उससे राजनीतिक हलकों में यह चर्चा और भी तेज हो गई है कि वे जल्द सक्रिय राजनीति में उतर सकते हैं।
नीतीश सरकार की 20 वर्षों की विकास यात्रा पर ज़ोर
निशांत ने कार्यकर्ताओं से कहा कि जनता को यह समझाना ज़रूरी है कि 2005 से पहले बिहार में कानून व्यवस्था, शिक्षा और स्वास्थ्य का क्या हाल था। नीतीश सरकार ने कैसे सड़कों, बिजली, लड़कियों की शिक्षा और आधारभूत संरचना में सुधार लाया। राज्य में महिलाओं की भागीदारी, पेयजल, स्वास्थ्य योजनाएं और प्रशासनिक पारदर्शिता कितनी बढ़ी।