Bihar News: सीएम नीतीश के हेलिकॉप्टर के हर महीने का किराया जान उड़ जाएंगे होश, इस हाईटेक कंपनी के विमान से उड़ान भरते हैं मुख्यमंत्री, जानिए इसकी खासियत
Bihar News: सीएम नीतीश जिस हेलीकॉप्टर से उड़ान भरते हैं उसका एक महीने का किराया जान आपके होश उड़ जाएंगे. बिहार सरकार के पास 3 विमान है जिसमें से 2 विमान खराब हैं। विमान से महीने में 30 घंटे से अधिक का सफर करने पर प्रति घंटे इतने रुपए देना होता है..
Bihar News: सीएम नीतीश के हेलिकॉप्टर के हर महीने का किराया करीब 2 करोड़ रुपए हैं। सीएम नीतीश के पायलट के सस्पेंड होने के बाद उनका हेलीकॉप्टर सुर्खियों में हैं। नीतीश सरकार हाईटेक हेलिकॉप्टर ‘एयरबस H145’का इस्तेमाल करती है। जिसमें हर महीने 2 करोड़ रुपए खर्ज होते हैं। हम आपको सीएम के हेलीकॉप्टर से जुड़ी जानकारी देंगे। लेकिन जैसा कि जानकारी होगा कि बीते दिन सीएम नीतीश के पायलय को सस्पेंड कर दिया गया था। लेकिन सूत्रों की मानें तो पायलट ने सस्पेंड होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया था।
हेलिकॉप्टर पायलट सस्पेंड
दरअसल, बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाईटेक हेलिकॉप्टर एयरबस H145 के पायलट कैप्टन विवेक परिमल को सस्पेंड कर दिया है। सरकार का कहना है कि परिमल बिना सूचना दिए छुट्टी पर थे, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई। हालांकि, सूत्रों की मानें तो कैप्टन परिमल ने सस्पेंड होने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने बिहार राज्य वायु संगठन निदेशालय के अधिकारियों के दुर्व्यवहार और गाली-गलौज से परेशान होकर यह कदम उठाया।
सीएम, राज्यपाल और वीवीआईपी उड़ानों के पायलट थे परिमल
कैप्टन विवेक परिमल बिहार सरकार के सरकारी विमान किंग एयर सी-19 ए/बी और VT EBG के पायलट थे। वे मुख्यमंत्री, राज्यपाल और अन्य वीवीआईपी यात्राओं के लिए विमान और हेलिकॉप्टर उड़ाते थे। इन दिनों सीएम नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान भी वे हेलिकॉप्टर के पायलट थे। हालांकि, 3 जनवरी से वे काम पर नहीं आ रहे थे। उनके निलंबन के बाद विभागीय जांच शुरू हो चुकी है।
हेलिकॉप्टर पर हर महीने 2 करोड़ का खर्च
नीतीश सरकार 2022 से चिपशन कंपनी के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल कर रही है। हेलिकॉप्टर पर सरकार हर महीने करीब 2 करोड़ रुपए का किराया देती है। यह हेलिकॉप्टर एजेंसी डिमांड पर हेलिकॉप्टर और विमान उपलब्ध कराती है। हेलिकॉप्टर का किराया दो हिस्सों में दिया जाता है – फिक्स्ड चार्ज और प्रति घंटे का चार्ज। महीने में 30 घंटे उड़ान भरने पर भी 2 करोड़ रुपए का खर्च होता है। अगर उड़ान कम हो या न हो, तो भी यही रकम चुकानी पड़ती है। 30 घंटे से अधिक की उड़ान के लिए प्रति घंटे 1.5 लाख रुपए अलग से देने पड़ते हैं।
सीएम का हाईटेक हेलिकॉप्टर ‘एयरबस H145’
मुख्यमंत्री का एयरबस H145 हेलिकॉप्टर बेहद आधुनिक और सुविधाजनक है। इसमें दो इंजन, आसान लैंडिंग के लिए क्लैमशेल दरवाजे और आठ यात्रियों के बैठने की क्षमता है। इसका इंटीरियर लेदर और वुडन का संयोजन है। हेलिकॉप्टर 240 किमी प्रति घंटे की क्रूज स्पीड पर उड़ सकता है और 4 घंटे 33 मिनट तक लगातार हवा में रह सकता है।
3 में से 2 विमान खराब
बिहार सरकार के पास तीन सरकारी विमान हैं, जिनमें से दो खराब हैं। एयर सी-19 और डॉल्फिन हेलिकॉप्टर लंबे समय से खराब पड़े हैं। मुजफ्फरपुर में खराब हुआ डॉल्फिन हेलिकॉप्टर हाल ही में पटना लाया गया, लेकिन अभी तक इसे ठीक नहीं किया जा सका है। विमानों के रखरखाव के लिए सरकार को अब तक कोई एजेंसी नहीं मिली है।
1950 में थे इतने सरकारी विमान
बिहार सरकार के पास 1950 से सरकारी विमान रहे हैं। कांग्रेस सरकार के समय बिहार राज्य वायु संगठन निदेशालय की स्थापना की गई थी, जिसमें पुष्पक विमान का इस्तेमाल होता था। शुरुआत में परिवहन विभाग इसकी देखरेख करता था, लेकिन बाद में इसे वित्त विभाग और अब कैबिनेट सचिवालय के अधीन रखा गया है।
निलंबन का कारण और आगे की कार्रवाई
वहीं कैप्टन परिमल पर सख्त कार्रवाई के बाद विभाग ने नई व्यवस्था लागू करने के संकेत दिए हैं। पायलट की शिकायतों की जांच और संगठन में सुधार की मांग उठ रही है।