जीटीआरआई के 'पंगत 2.0: बिहारी स्वाद की नई उड़ान' में शामिल हुए विकास आयुक्त, कहा - स्वाद और मिठास के साथ-साथ बिहारी मिठाइयाँ हमारी संस्कृति का सशक्त हस्ताक्षर

Patna : जीटीआरआई (ग्रैंड ट्रंक रोड इनिशिएटिव) द्वारा बिहार की समृद्ध पाक परंपरा और पारंपरिक मिठाइयों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से पटना स्थित लेमन ट्री प्रीमियर में पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा फूड कॉन्क्लेव “पंगत 2.0 – Sweets of Bihar”आयोजित किया गया। आयोजन की शुरुआत में विभिन्न शेफ द्वारा तैयार की गई अनरसा, लाई, परवल मिठाई, चंद्रकला, खाजा जैसी पारंपरिक मिठाइयों को प्रदर्शित किया गया। 

बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए बिहार के विकास आयुक्त डाॅक्टर एस. सिद्धार्थ ने जीटीआरआई की इस अनूठी पहल की सराहना करते हुए कहा कि बिहार के अलग अलग इलाक़े विशिष्ट मिठाइयों के लिए प्रसिद्ध हैं। अनरसा से लेकर लाई, खुरमा, बेलग्रामी आदि जैसी सूस्वादु मिठाइयों के ज़रिए हमें बिहार की संस्कृति को समझने में भी मदद मिलती है। उन्होंने आगे बताया कि वे ख़ुद मिठाइयों के शौक़ीन हैं और छठ के दौरान ठेकुआ भी बनाते हैं। बिहार पुलिस के आईजी विकास वैभव भी कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे। 

इस विशेष आयोजन के पीछे की प्रेरणा पर चर्चा करते हुए जीटीआरआई क्यूरेटर और पंगत कॉन्सेप्ट के सूत्रधार अदिति नंदन ने कहा कि पंगत 2.0 सिर्फ एक फूड इवेंट नहीं है, बल्कि बिहार की मिठास, परंपरा और समृद्ध विरासत का एक जीवंत उत्सव है। यह आयोजन बिहारी व्यंजनों को न सिर्फ नई पहचान देगा, बल्कि नई पीढ़ी तक इसकी मिठास भी पहुंचाएगा। कुल मिलाकर, हमारी कोशिश पंगत शृंखला के ज़रिए बिहारी व्यंजनों को एक सांस्कृतिक आंदोलन में बदलने की  है।

इस कार्यक्रम के दौरान तीन संवाद सत्रों का आयोजन किया गया जिनमें शेफ जेपी सिंह (ITC बुखारा, दिल्ली), शेफ नंदिता करन (Compass Group), शेफ डॉ. परविंदर सिंह बाली, शेफ नर्मदा कुमारी (हयात होटल), कीर्ति झा (Bhaanas) आदि ने भाग लिया। 

बिहार की मिठाइयों के विभिन्न आयामों पर चर्चा करते हुए सभी अतिथि वक्ताओं ने बिहार की मिठाइयों को बढ़ावा देने के लिए बेहतर ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर ज़ोर दिया गया। जहाँ इससे एक तरफ़ बिहारी व्यंजनों की देश-विदेश तक पहुँच बढ़ेगी, वहीं रोज़गार के अनेक नए अवसर भी पैदा होंगे।