Sanjeev Mukhiya: संजीव मुखिया से फिर पूछताछ करेगी EOU, कोर्ट ने मंजूर की अर्जी, अब तक किया है इन मामलों में बड़ा खुलासा
Sanjeev Mukhiya: नीट पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया फिलहाल बेऊर जेल में बंद है। ईओयू एक बार फिर संजीव मुखिया को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। कोर्ट ने ईओयू की दो दिनों के लिए रिमांड पर लेने की अर्जी को स्वीकार कर लिया है...

Sanjeev Mukhiya: नीट पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया से ईओयू एक बार फिर पूछताछ करेगी। कोर्ट ने ईओयू के रिमांड अर्जी को स्वीकार कर लिया है। दरअसल, इसके पहले ईओयू ने कोर्ट से संजीव मुखिया को 5 दिनों के लिए रिमांड पर मांगा था। लेकिन कोर्ट ने 36 घंटों के लिए ईओयू संजीव मुखिया को रिमांड पर लेने की मंजूरी दी थी। जिसके बाद ईओयू ने संजीव मुखिया से पूछताछ की। 36 घंटे की पूछताछ में संजीव मुखिया ने कई खुलासे किए। वहीं इसके बाद कोर्ट से ईओयू ने एक बार फिर रिमांड पर लेने की अर्जी डाली जिसे कोर्ट ने स्वीकर कर ली। फिलहाल संजीव मुखिया जेल में बंद है। वहीं कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद ईओयू के अधिकारी कोर्ट से बेऊर जेल के लिए रवाना हो गए हैं। ईओयू अगले दो दिनों तक फिर संजीव मुखिया से पूछताछ करेगी।
संजीव मुखिया ने किया कई खुलासा
नीट पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया ने ईओयू से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। वह 18 महीने तक फरार रहा और इस दौरान उसने विभिन्न स्थानों पर छिपकर रहना जारी रखा। उसकी गिरफ्तारी से पहले, वह पटना के सगुना मोड़ के पास आरएन हाइट्स अपार्टमेंट में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रह रहा था। यह जानकारी तब सामने आई जब आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने उसे गिरफ्तार किया। संजीव मुखिया ने नेपाल में भी छिपने की कोशिश की थी, लेकिन अंततः वह पटना लौट आया और एक नया गिरोह बनाने की योजना बना रहा था।
पत्नी एमपी, एमएलए बन जाए सब छोड़ दूंगा
संजीव मुखिया ने पूछताछ के दौरान यह स्वीकार किया कि उसने पेपर लीक करने का रास्ता इसलिए चुना ताकि वह अपनी पत्नी को राजनीतिक रूप से स्थापित कर सके। उसने कहा कि उसकी पत्नी एमपी या एमएलए बन जाएगी तो वो ये सारा काम छोड़ देगा। नालंदा के संजीव मुखिया की पत्नी ममता देवी इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में हरनौत विधानसभा से चुनावी मैदान में उतर रही हैं। हरनौत में चुनावी कार्यकर्ताओं के कार्यालय का उद्घाटन किया गया, जिसमें उन्होंने कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार किया। उसने बताया कि उसके पास कई सफेदपोश लोगों के बच्चों को मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का नेटवर्क था, जिसमें उसने रेलवे भर्ती बोर्ड और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) जैसे संस्थानों में भी सेटिंग करने का दावा किया।
कई राज्यों के लोग गिरोह में शामिल
बताया जा रहा है कि उसके गिरोह में लगभग 30 लोग शामिल थे जो विभिन्न राज्यों में फैले हुए थे। संजीव मुखिया ने यह भी बताया कि उसने कई प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक करवाए हैं, जिससे न केवल शिक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचा है बल्कि हजारों मेहनती छात्रों के सपनों से भी खिलवाड़ किया है। सूत्रों के अनुसार, संजीव मुखिया ने पूछताछ में बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल की प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली का आरोप लगाया। उसने बिहार में सिपाही भर्ती, शिक्षक चयन और नीट यूजी परीक्षाओं के पेपर लीक से जुड़े कई नए नामों का खुलासा किया है। जिनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उसने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (एनटीए) की परीक्षाओं को भी नियंत्रित करने का दावा किया और कहा कि रेलवे भर्ती बोर्ड में भी उसकी मजबूत पकड़ है।