पटना में नए साल से पहले बड़ा एक्शन: लॉज में चल रही नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, भारी मात्रा में स्प्रिट और रैपर बरामद
पटना में नए साल के जश्न में 'जहर' परोसने की साजिश नाकाम। मद्य निषेध विभाग ने खेमनीचक की एक लॉज में चल रही नकली शराब फैक्ट्री का खुलासा किया है। भारी मात्रा में स्प्रिट और ब्रांडेड बोतलों के रैपर बरामद किए गए हैं।
Patna - बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद माफियाओं के हौसले बुलंद हैं, लेकिन पटना मद्य निषेध उत्पाद विभाग ने उनकी एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। सहायक आयुक्त प्रेम प्रकाश के नेतृत्व में टीम ने खेमनीचक स्थित जगदंबा कॉलोनी की एक लॉज में छापेमारी कर नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का उद्भेदन किया है। यह फैक्ट्री लॉज के एक कमरे में चोरी-छिपे चलाई जा रही थी।
ब्रांडेड बोतलों में भरी जा रही थी 'मौत'
छापेमारी के दौरान मौके से नामी-गिरामी ब्रांड्स जैसे 'आफ्टर डार्क', '8 PM', 'रॉयल ग्रीन' और 'सिग्नेचर' के रैपर, ढक्कन और खाली बोतलें बरामद की गई हैं。 सहायक आयुक्त ने बताया कि माफिया हाइड्रोग्राफ और अन्य केमिकल के जरिए शराब की स्ट्रेंथ मापकर उसे असली जैसा लुक देते थे। मौके से करीब 60 लीटर तैयार शराब और 53 लीटर स्प्रिट भी जब्त की गई है।
नए साल के जश्न में खपाने की थी तैयारी
मद्य निषेध विभाग के अनुसार, इस नकली शराब की खेप को नए साल के जश्न के दौरान पटना के विभिन्न इलाकों में सप्लाई करने की योजना थी। माफियाओं ने इसके लिए क्यूआर कोड और पैकिंग मशीन तक का इंतजाम कर रखा था ताकि कोई इसे पकड़ न सके。 विभाग की इस कार्रवाई से राजधानी में एक बड़ी अनहोनी और संभावित शराब त्रासदी को टाल दिया गया है।
फरार माफियाओं की तलाश में जुटी पुलिस
हालांकि, छापेमारी के दौरान फैक्ट्री चलाने वाले माफिया या लॉज मालिक मौके से फरार होने में सफल रहे。 पुलिस अब बरामद साक्ष्यों और लॉज के रिकॉर्ड के आधार पर आरोपियों की पहचान करने में जुटी है। सहायक आयुक्त प्रेम प्रकाश ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि शराबबंदी कानून का उल्लंघन करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही गिरफ्तारियां की जाएंगी।
जनता से सावधानी बरतने की अपील
मद्य निषेध विभाग ने पटनावासियों से अपील की है कि वे जहरीली और नकली शराब के सेवन से बचें。 सहायक आयुक्त ने कहा कि बिहार में शराब पूर्णतः प्रतिबंधित है, ऐसे में किसी भी माध्यम से मिलने वाली शराब जहरीली हो सकती है जो जानलेवा साबित होगी。 विभाग ने लोगों से संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने का अनुरोध किया है।
रिपोर्ट - अनिल कुमार