आधा दर्जन योजनाओं पर काम कराए बिना फर्जी बिल बनाकर मुखिया ने किया लाखों का फर्जीवाड़ा, एफआईंआर का आदेश
Chhapra - सारण जिले के गड़खा प्रखंड के जलाल बसंत पंचायत में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं में बिना कार्य कराये राशि की निकासी किये जाने से संबंधित आरोप पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी, सारण अमन समीर ने उपविकास आयुक्त को इसकी जाँच करने का निदेश दिया गया था, उपविकास आयुक्त ने सभी संबंधित योजनाओं की जाँच की . जाँच में कुछ योजनाओं में बगैर कार्य कराये राशि की निकासी किये जाने की पुष्टि हुई जिसे रिपोर्ट में प्रतिवेदित करते हुए जिलाधिकारी को सौंपी गई है. जिलाधिकारी ने इस मामले में मुखिया सहित अन्य आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया गया है.
इन योजनाओं में किया गया घोटाला, मुखिया पति के खाते में गई राशि
मोहरामपुर में छठ घाट का निर्माण, जलालबसन्त में धोबीघाट का निर्माण, जलालबसन्त के वार्ड सं० 11 में नाला निर्माण कार्य, वार्ड नं 11 में कब्रिस्तान की घेराबंदी , ओपन जिम का निर्माण आदि योजनाओं में स्थल पर बगैर कार्य कराये फर्जी मापी कराकर लगभग 43 लाख 80 हजार रुपये की गलत निकासी कर ली गई है. जाँच में पाया गया कि मुखिया द्वारा अपने पति के खाता में राशि हस्तांरित की गई है.
इन पर होगी प्राथमिकी
जांच में योजनाओं के क्रियान्वयन में बरती गई घोर अनियमितता के लिये संबंधित मुखिया निकहत प्रवीण, पंचायत सचिव अनिल शर्मा व तत्कालीन तकनीकी सहायक आकांक्षा साहनी दोषी को दोषी ठहराया गया है. जाँच प्रतिवेदन के आधार पर जिलाधिकारी द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी, गड़खा को सभी दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई के लिए निदेश दिया गया है.
प्राथमिकी के अलावा अन्य भी कार्रवाई होगी
तीनों दोषियों के विरूद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज होगा
संबंधित पंचायत सचिव के विरुद्ध प्रपत्र 'क' में आरोप गठित होगा
तकनीकी सहायक के विरुद्ध कार्रवाई के लिए प्रस्ताव दिया जाएगा
संबंधित मुखिया के विरुद्ध पंचायत राज अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई के लिए प्रस्ताव तैयार कर भेजा जाएगा
एकमुश्त राशि वसूली नहीं होने की स्थिति में नीलाम पत्र वाद दायर कर वसूली की कार्रवाई की जाएगी
report - sanjay bhardwaj