bihar politics -सम्राट चौधरी को डिप्ट सीएमं के पद से हटाने के लिए जनसुराज ने कसी कमर, पीएम मोदी तक पहुंची शिकायत
Patna - बिहार के डिप्टी सीएम पर छह लोगों की हत्या का आरोपी होने को लेकर प्रशांत किशोर ने सम्राट चौधरी क इस्तीफा मांगा था। अब जनसुराज ने इस मामले में पीएम मोदी से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग कर दी है। जनसुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने पीएम मोदी को लेटर लिखा है.
उच्च पद पर बने रहना गलत
उदय सिंह ने पत्र में लिखा - सम्राट चौधरी लौना परसा नरसंहार केस में गलत दस्तावेज पेश कर खुद को नाबालिग बताए और जेल से रिहा हुए, इनका उच्च पद पर बने रहना कानून के राज में जनता का विश्वास कम करेगा।
उदय सिंह ने अपने पत्र में कहा है कि सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार सम्राट चौधरी का नाम 28 मार्च 1995 को हुए लौना परसा नरसंहार (केस संख्या 44/1995, थाना तारापुर) में अभियुक्त के रूप में दर्ज है, जिसमें कुशवाहा समुदाय के छह लोगों की हत्या हुई थी।
दो बार सम्राट को मिली जमानत
इस मामले में सम्राट चौधरी सहित छह अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। वे कई महीनों तक जेल में रहे, उनकी जमानत दो बार खारिज हुई थी। उन्होंने मैट्रिक के प्रवेश पत्र के आधार पर अपनी उम्र 15 वर्ष साबित की और नाबालिग का दर्जा पाकर रिहा हो गए।
लेकिन, बाद के चुनावी हलफनामों में उन्होंने अपना जन्मवर्ष 1969 बताया, जिससे 2020 में उनकी उम्र 51 वर्ष हो जाती है। इससे यह स्पष्ट है कि सन 1995 में उनकी उम्र 26 वर्ष थी, यानी वे नाबालिग नहीं थे।
जनता का विश्वास कम करता है
यह विरोधाभास इस बात का भी संकेत है कि गलत डॉक्यूमेंट पेश कर उनकी जेल से रिहाई कराई गई और एक गंभीर अपराध से बचने का प्रयास हुआ। इस प्रकार के व्यक्ति का उच्च पद पर बना रहना न केवल शासन की गरिमा को ठेस पहुंचाता है, बल्कि कानून के राज और लोकतांत्रिक संस्थाओं में जनता का विश्वास भी कम करता है।
सम्राट चौधरी को बर्खास्त करें
इसलिए आपसे विनम्र अनुरोध है कि सम्राट चौधरी को तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त करें और कानून को अपना स्वाभाविक मार्ग अपनाने दें ताकि इस नरसंहार के पीड़ितों को न्याय मिल सके। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपके नेतृत्व में ऐसे मुद्दों को उचित गंभीरता एवं सत्य, न्याय एवं सार्वजनिक जीवन में जवाबदेही की भावना के साथ सुलझाया जाएगा।