Bihar Expressway: बिहार के इन जिले के लोगों की खुल गई किस्मत, मिलेंगे करोड़ों करोड़ रुपए, दो मेगा एक्सप्रेस-वे से बदलेगी कई गांवों की सूरत
Bihar Expressway: बिहार अब विकास की सुस्त रफ्तार से बाहर निकलकर तरक़्क़ी के एक्सप्रेस-वे पर दौड़ने को तैयार है।...
Bihar Expressway: बिहार अब विकास की सुस्त रफ्तार से बाहर निकलकर तरक़्क़ी के एक्सप्रेस-वे पर दौड़ने को तैयार है। समस्तीपुर जिले से होकर दो बड़े मेगा एक्सप्रेस-वे गुजरने वाले हैं, जिनकी तैयारी लगभग मुकम्मल कर ली गई है। एक तरफ रक्सौल–हल्दिया एक्सप्रेस-वे का 57.7 किलोमीटर लंबा हिस्सा और दूसरी ओर पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे का करीब 62 किलोमीटर का सेक्शन समस्तीपुर की धरती को चीरता हुआ गुजरेगा।
इन दोनों परियोजनाओं की जद में जिले के कुल 117 गांव आएंगे, जिससे ग्रामीण इलाकों की तक़दीर और तस्वीर दोनों बदलने की उम्मीद जगी है। जिला भू-अर्जन विभाग ने सर्वे और एलाइनमेंट का काम पूरा कर लिया है और अब गजट प्रकाशन की तैयारी चल रही है, जिसके बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। जिससे यहां के किसानों को लाभ होगा।
रक्सौल से हल्दिया बंदरगाह को जोड़ने वाला एक्सप्रेस-वे समस्तीपुर के पांच प्रखंडों से होकर गुजरेगा, जहां कल्याणपुर, वारिसनगर, खानपुर, उजियारपुर और विभूतिपुर के दर्जनों गांव इसकी जद में आएंगे। वहीं पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वे आठ प्रखंडों से होकर गुजरेगा, जो मोरवा से लेकर हसनपुर तक गांव-गांव में विकास का संदेश लेकर पहुंचेगा।
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि इन परियोजनाओं से जहां एक ओर आवागमन आसान होगा, वहीं दूसरी ओर जमीन की कीमतें बढ़ेंगी और कारोबार की नई गलियां खुलेंगी। जिला भू-अर्जन पदाधिकारी प्रवीण कुमार के मुताबिक सर्वे पूरा हो चुका है और अब प्रभावित लोगों से आपत्तियां ली जाएंगी, जिनके निपटारे के बाद जमीन अधिग्रहण कर निर्माण कार्य शुरू होगा।
सियासी गलियारों में इसे समस्तीपुर के लिए गेम-चेंजर माना जा रहा है, क्योंकि एक्सप्रेस-वे के साथ उद्योग, लॉजिस्टिक्स और रोजगार के नए दरवाजे खुलेंगे। कुल मिलाकर, समस्तीपुर अब विकास की उस सड़क पर कदम रखने जा रहा है, जहां रफ्तार भी होगी, कारोबार भी और इलाके की सियासत में भी नया मोड़ आएगा।