Bihar Politics:सीट बंटवारे से पहले महागठबंधन में हलचल, पारस के बयान और सहनी की नाराजगी से बढ़ी टेंशन

Bihar Politics:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन के भीतर सबकुछ सहज नहीं दिख रहा।

सीट बंटवारे से पहले महागठबंधन में हलचल- फोटो : social Media

Bihar Politics:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन के भीतर सबकुछ सहज नहीं दिख रहा। सूत्रों के अनुसार, गठबंधन के रणनीतिकार अगले सप्ताह, संभवतः मंगलवार तक सीटों की हिस्सेदारी का ऐलान कर सकते हैं। पर उससे पहले ही भीतरखाने की खींचतान और बयानबाज़ी ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

सूत्रों ने जो फॉर्मूला साझा किया है, उसके मुताबिक महागठबंधन में सीटों का बंटवारा कुछ इस तरह तय हुआ है—

दल                                        सीटें

राष्ट्रीय जनता दल (RJD)    140

कांग्रेस                              52–56

लेफ्ट पार्टियां                     35

वीआईपी (मुकेश सहनी)    8

रालोजपा (पशुपति पारस गुट)    4

झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM)    4

लेकिन यह बंटवारा जितना आसान दिख रहा है, उतना है नहीं।

पारस का बयान बना सिरदर्द

राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने अपने भतीजे और एनडीए नेता चिराग पासवान को लेकर बड़ा बयान देकर हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा कि अगर चिराग बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे होगी। वो हमारे परिवार के सदस्य हैं, हमारा भतीजा है।

महागठबंधन में शामिल पारस के इस बयान के बाद कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। क्या पारस अब भी गठबंधन से इतर सोच रहे हैं? क्या वे सीट बंटवारे से असंतुष्ट हैं?

सहनी की चुप्पी भी खल रही

विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुखिया मुकेश सहनी ने मीडिया में कई बार 40 से कम सीटों पर समझौता नहीं करने की बात कही थी। लेकिन सूत्र बताते हैं कि बंटवारे में उन्हें सिर्फ 8 सीटें दी जा रही हैं। यही वजह है कि सहनी चुप्पी साधे हुए हैं। इस चुप्पी ने महागठबंधन के रणनीतिकारों की परेशानी और बढ़ा दी है।

JMM को संतोष, लेफ्ट भी तैयार

महागठबंधन के छोटे सहयोगी JMM ने 4 सीटें मांगी थीं, जिनमें से 3 पर सहमति बन चुकी है। लेफ्ट पार्टियां भी 35 सीटों पर राज़ी दिख रही हैं