नीतीश मंत्रिमंडल में एक मंत्री लेकर भी उपेंद्र कुशवाहा ने चिराग और मांझी को छोड़ा बहुत पीछे, जदयू भी भाजपा से ज्यादा मालामाल

लोजपा के मंत्रियों के पास 0.91 फीसदी बजट वाले विभाग और हम के मंत्री के पास 0.58 फीसदी बजट वाले विभाग जबकि रालोमो के पास 3.56 फीसदी बजट वाला विभाग है.

Upendra Kushwaha/Chirag Paswan/ Manjhi - फोटो : news4nation

Bihar Cabinet :  बिहार मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार गृह विभाग भाजपा को दिया है. नीतीश के अतिरिक्त 26 मंत्रियों ने शपथ ली थी जिसमें उप मुख्यमंत्री सह गृह मंत्री के रूप में सम्राट चौधरी बने हैं जबकि एक अन्य उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा को बनाया गया है. एनडीए के सभी घटक दलों से मंत्री जिसमे सबसे ज्यादा 14 मंत्री भाजपा से हैं, इसके बाद जदयू से और फिर लोजपा से 2 तथा हम और आरएलएम से 1-1 को मंत्री बनाया गया है. 


हालांकि मंत्रिमंडल में जहां भाजपा और जदयू ने सबसे ज्यादा मंत्रालय और सबसे ज्यादा बजट वाले विभाग अपने पास रखे हैं. वहीं लोजपा, हम और आरएलएम को चार विभाग दिया गया है. इसमें लोजपा से दो मंत्री हैं लेकिन एक विभाग लेकर भी उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम ने चिराग पासवान और जीतन राम मांझी को पछाड़ दिया है. ऐसे में भले ही कुशवाहा की पार्टी के सबसे कम विधायक हों लेकिन विभाग के मामले में उन्होंने चिराग और मांझी को पीछे छोड़ दिया है. 


दरअसल, रालोमो से दीपक प्रकाश को मंत्री बनाया गया है जो पंचायती राज विभाग संभाल रहे हैं. वहीं लोजपा के संजय कुमार को गन्ना उद्योग विभाग और संजय कुमार सिंह को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग मिला है जबकि हम के संतोष सुमन को लघु जल संसाधन विभाग मिला है. लेकिन बजट के मामले में दीपक प्रकाश का पंचायती राज विभाग सबसे ज्यादा बजट वाला विभाग है. इनके मुकाबले हम और लोजपा के विभागों का बजट बेहद कम है. 

बजट में बीस है दीपक का विभाग

दीपक प्रकाश जिस पंचायती राज विभाग का बंटवारा संभाल रहे हैं उस विभाग का बजट 11 हजार 302.52 करोड़ रुपए है. वहीं लोजपा को मिले मंत्रियों के विभागों में गन्ना उद्योग विभाग 192 .23 करोड़ के बजट वाला है जबकि लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग का 2702.63  करोड़ का बजट है. वहीं संतोष सुमन के लघु जल संसाधन विभाग का बजट 1839.11 करोड़ रुपए है. यानी संतोष सुमन के विभाग के मुकाबले दीपक प्रकाश के विभाग के बजट करीब 6 गुणा ज्यादा है जबकि लोजपा के मंत्रियों के विभागों की तुलना में करीब साढ़े तीन गुणा ज्यादा है. 


भाजपा भी जदयू से पिछड़ी

दो उप मुख्यमंत्री और 14 मंत्रियों के होने के बाद भी भाजपा के कोटे में आये विभागों का बजट जदयू से कम है. भाजपा के पास मात्र 29.22 फीसदी कुल बजट का विभाग है जबकि लोजपा के मंत्रियों के पास 0.91 फीसदी बजट वाले विभाग और हम के मंत्री के पास 0.58 फीसदी बजट वाले विभाग जबकि रालोमो के पास 3.56 फीसदी बजट वाला विभाग है. शेष बजट वाले विभाग जदयू के पास हैं जो कुल बजट का करीब 65 फीसदी होता है.