Bihar Politics - बिहार विधानसभा चुनाव में फिर से ‘नाव’ की सवारी करेंगे मुकेश सहनी, जनसुराज और रालोमो सहित इन पार्टियों को निर्वाचन आयोग ने जारी किया सिंबल
Bihar Politics - बिहार चुनाव से पहले मुकेश सहनी की वीआईपी को फिर से उनकी पहचान नाव सिंबल मिल गई है। आज निर्वाचन आयोग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी।
Patna - विकासशील इंसान पार्टी को फिर से नाव चुनाव चिह्न वापस मिल गया है। वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने आज कहा कि चुनाव आयोग ने इसे लेकर आज अधिसूचना जारी कर दी। उन्होंने कहा कि यह भीमराव अंबेडकर के संविधान की जीत है।
सिंबल की अधिसूचना जारी
वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी को पर्स चुनाव चिह्न दिया गया था। लेकिन कई प्रावधानों को पार करने के बाद एक बार फिर पुराना चुनाव चिन्ह नाव प्राप्त हो गया। चुनाव आयोग द्वारा इसकी अधिसूचना भी आज जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि वीआईपी का नाव चुनाव चिह्न से भावनात्मक लगाव रहा है। उन्होंने एक बार फिर नाव चुनाव चिन्ह मिलने पर प्रसन्नता जताई है।
पार्टी की स्थापना से नाव रही वीआईपी की पहचान
बता दें कि वीआईपी की स्थापना के समय से ही पार्टी का चुनाव चिह्न नाव छाप रहा है। 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने इसी सिंबल के साथ चुनाव में भागीदारी की थी। जिसमें पार्टी को चार सीटों पर जीत मिली थी।
रालोमो और जनसुराज को भी पार्टी सिंबल आवंटित
वीआईपी के साथ निर्वाचन आयोग ने सात दूसरी पार्टियों के लिए चुनावी सिंबल जारी कर दिया है। जिसमें प्रशांत किशोर के जनसुराज को स्कूल बैग और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को गैस सिलेंडर का सिंबल आवंटित किया गया है।
इसके अलावा भारतीय सार्थक पार्टी को कैंची, लोहिया जनता दल को बाल्टी, जन सलामती पार्टी को लेडीज पर्स, भारतीय जनता समाजसेवी पार्टी को बांसूरी और राष्ट्रीय समाजवादी लोग अधिकार पार्टी को रिंग सिंबल दिया गया है।