NSMCH के डॉक्टरों का कमाल: जिस 'कैंसर' का इलाज ढूंढने में बीत गए 15 महीने, उसे डॉक्टरों ने जड़ से मिटाया; महिला की छाती से निकाला 15 सेमी का दुर्लभ ट्यूमर

NSMCH ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक बड़ी सफलता हासिल की है। यहाँ डॉक्टरों की टीम ने एक 62 वर्षीय बुजुर्ग महिला का जटिल ऑपरेशन कर उन्हें नया जीवन दिया है। महिला की छाती में एक दुर्लभ और विशाल ट्यूमर था, जिसे लेकर वे पिछले डेढ़ साल से कई अस्पतालों के

Patna : बिहटा के अमहरा स्थित नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के सर्जनों ने एक बेहद चुनौतीपूर्ण सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। अस्पताल में एक 62 वर्षीय महिला के ब्रेस्ट (स्तन) से एक विशाल और दुर्लभ ट्यूमर को ऑपरेशन के जरिए बाहर निकाला गया।

डेढ़ साल से दर्द में थी महिला

 इस सर्जरी का नेतृत्व कर रहे डॉ. मनीष कुमार ने बताया कि मरीज पिछले डेढ़ वर्षों से दाहिने स्तन में एक बड़ी गांठनुमा मास (Lump) को लेकर परेशान थीं। बीते 15 महीनों में उन्होंने कई अस्पतालों में दिखाया, लेकिन कहीं भी उन्हें ठोस निदान या सही उपचार नहीं मिल सका। समय के साथ यह गांठ बढ़ती गई और मरीज की तकलीफ भी।

दुर्लभ था ट्यूमर, साइज जान डॉक्टर भी रह गए हैरान 

जब मरीज NSMCH पहुंचीं, तो जांच में एक चौंकाने वाली बात सामने आई। उन्हें 'मैलिग्नेंट स्पिंडल सेल ट्यूमर ऑफ ब्रेस्ट' (Malignant Spindle Cell Tumor of Breast) था, जो स्तन कैंसर का एक बेहद दुर्लभ रूप माना जाता है। यह ट्यूमर तेजी से बढ़ रहा था और इसका आकार लगभग 15 सेमी × 12 सेमी तक पहुंच चुका था, जो चिकित्सकीय दृष्टि से काफी बड़ा और जोखिम भरा था।

डॉक्टरों की टीम की मेहनत लाई रंग 

इस जटिल केस को हाथ में लेते हुए डॉ. मनीष कुमार ने अपनी टीम तैयार की। टीम में डॉ. अभिषेक कुमार और डॉ. सौम्या शर्मा जैसे कुशल चिकित्सक शामिल थे। घंटों चली मैराथन सर्जरी और टीम के अथक प्रयास के बाद उस विशाल ट्यूमर को महिला के शरीर से सफलतापूर्वक अलग कर दिया गया। चिकित्सकों के अनुसार, इस तरह के केस बहुत कम देखने को मिलते हैं। फिलहाल मरीज की हालत स्थिर है और उनकी रिकवरी की प्रक्रिया जारी है।